रामचरितमानस को लेकर जारी विवाद में विवादित टिप्पणी के बाद अब एक चरण और आगे जा चुका है, बीते रविवार (29 जनवरी 2023) को लखनऊ में ओबीसी महासभा के दौरान विरोध स्वरुप पवित्र ग्रंथ की प्रतियां जलाई गई थी। इस प्रकरण को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य समेत अन्य दस आरोपितों को नामजद किया गया है, साथ ही कुछ अज्ञात पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
UP | FIR registered against 9 named & some unidentified accused for raising slogans supporting SP MLC Swami Prasad Maurya. FIR states that the accused also tore copies of Ramcharitmanas & stomped on them. FIR, registered under various sections of IPC, also named Maurya as accused
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 30, 2023
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें, बीते रविवार को समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में रामचरितमानस की प्रतियाँ जलाईं। स्वामी प्रसाद ने रामचरित मानस को बकवास बताते हुए इस पर प्रतिबंध लगाने की माँग की थी।
लखनऊ के वृंदावन योजना में जलाई गई रामचरितमानस की प्रतियाँ। @SwamiPMaurya के समर्थन में उतरा अखिल भारतीय ओबीसी महासभा। रामचरितमानस की विवादित अंश की प्रतियों को जलाकर किया विरोध प्रदर्शन। pic.twitter.com/KPi7ee5cAc
— SANJAY TRIPATHI (@sanjayjourno) January 29, 2023
इससे पहले बीते रविवार को सपा नेता मौर्य ने मीडिया के सामने खुले शब्दों में कहा था, कि मैं अपने बयान पर कायम हूँ। उन्होंने कहा, कि अगर मेरे आह्वान पर सभी आदिवासी, दलित, पिछड़े, और महिलाएं मंदिर में आना बंद कर दें, तो चढ़ावा बंद हो जाएगा, उनकी पेट पूजा बंद हो जाएगी।
स्वामी प्रसाद ने यह भी स्पष्ट किया, कि यह उनका निजी बयान है, लेकिन समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने लगातार हो रहे विरोध के बीच स्वामी प्रसाद मौर्य को राष्ट्रीय महासचिव बनाकर इस मामले में पार्टी का रुख साफ कर दिया है। स्वामी प्रसाद द्वारा सस्ते प्रचार और संकीर्ण सियासत के चलते हिंदुओ के पवित्र ग्रंथ श्रीरामचरित मानस पर की गई अमर्यादित टिप्पणी के खिलाफ भाजपा सपा पर हमलावर हो गई है। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है, कि यह सपा के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर लिखा, “मानसिक रूप से विक्षिप्त हो चुकी समाजवादी पार्टी ने अपना हिंदू विरोधी चरित्र उजागर कर दिया है। श्रीरामचरित मानस को अपमानित करने वाले को सपा बहादुर श्री अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय महासचिव बनाकर खुद सपा के ताबूत में आखिरी कील ठोक दी है। विनाशक काले विपरीत बुद्धि। जय श्रीराम।”
मानसिक रूप से विक्षिप्त हो चुकी है समाजवादी पार्टी ने अपना हिंदू विरोधी चरित्र उजागर कर दिया है,श्रीरामचरितमानस मानस को अपमानित करने वाले को सपा बहादुर श्री अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय महासचिव बनाकर खुद सपा के ताबूत में आख़िरी कील ठोक दी है। “विनाशक काले विपरीत बुद्धि”#जय_श्रीराम
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) January 29, 2023
बता दें, विश्वकाव्य की अमूल्य निधि श्रीरामचरितमानस पर अमर्यादित टिप्पणी बाद शिवेंद्र मिश्रा नामक शख्स ने सोमवार (24 जनवरी 2023) को समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवाया था। स्वामी प्रसाद के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए, 295 ए, 298, 504 505 (2) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।