हिंदू होने की वजह से पाकिस्तान में खौफनाक अत्याचारों और भेदभाव के शिकार भारत में रह रहे हिंदू शरणार्थियों को एक बड़ी खुशी मिली है। पाकिस्तान के 17 हिंदू शरणार्थियों को भारत की नागरिकता मिल गई है। इन सभी शरणार्थियों को अहमदाबाद के जिलाधिकारी संदीप सांग्ले ने शपथ पत्र दिया। इस दौरान सभी हिंदू शरणार्थियों ने इसके लिए केंद्र की मोदी सरकार और राज्य सरकार का आभार प्रकट किया। इस दौरान कलेक्टर महोदय ने शरणार्थियों से उनका हाल-चाल जाना।
जिलाधिकारी सांगले ने लाभार्थियों से बातचीत के दौरान शरणार्थियों की शिक्षा और करियर से जुड़े सवालो का जवाब भी दिए। बातचीत के दौरान पकिस्तान से आये एक हिंदू शरणार्थी ने बताया, कि वो और उनका परिवार भारत में शांति और सुरक्षित महसूस करते है। इसलिए वो भारतीय नागरिकता पाकर बेहद खुश है। हिंदू शरणार्थियों ने नागरिकता पत्र सौंपने की प्रक्रिया के दौरान अहमदाबाद जिला कलक्टर के अधिकारियों का विशेष आभार प्रकट किया है।
Ahmedabad Collector in Gujarat today handed over documents of newly granted Indian citizenship to 17 Hindu refugees from Pakistan after due process. The Hindus who received citizenship during an interaction told the district collector that they feel safe here and experience peace pic.twitter.com/FfUUky3Zox
— Dilip Patel ?? (@bjpdilippatel) May 7, 2022
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कई वर्षो से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में रहने वाले 17 पाकिस्तानी नागरिकों को भी जल्द भारतीय नागरिकता दी जा सकती है। केंद्र और राज्य सरकार ने पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के रहने वाले लोगों की नागरिकता के आवेदनों में मिली त्रुटियों के जल्द निस्तारण करने के आदेश दिए है। अलीगढ़ शहर में रहने वाले हिंदू परिवारों के लोगों में से तीन को भारतीय नागरिकता मिल चुकी है, जबकि चार पाकिस्तानी मुस्लिम भी नागरिकता का इंतजार कर रहे है। पिछले साल दिसंबर 2019 में पाकिस्तान के सिंध से भाग कर आए आठ हिंदू शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दी गई थी।
गौरतलब है, कि नागरिकता अधिनियम के अनुसार, सात वर्ष से एक ही स्थान पर रहने वाले विदेशी नागरिकों को संवैधानिक प्रक्रिया से नागरिकता प्रमाणपत्र प्रदान किए जाते है। राज्य एवं केंद्रीय आईबी टीम की ओर से दस्तावेजों की गहनता से जांच की जाती है। इसके बाद पात्र आवेदनकर्त्ता को स्वीकृति पत्र प्रदान किए जाते है। इसके आधार पर ही नियमानुसार उन्हें आवश्यक प्रमाण प्रस्तुत करने होते है। सभी औपचारिकताओ के बाद में जिला कलक्टर कार्यालय द्वारा नागरिकता प्रमाणपत्र जारी किए जाते है।