छत्तीसगढ़ के बीजापुर जनपद के टेकलगुड़ेम पुलिस कैंप पर नक्सलियों ने बड़ा हमला किया है। इस हमले में तीन जवान बलिदान हो गए है, जबकि 14 जवान घायल बताये जा रहे है। घायलों को जगदलपुर रायपुर ले जाया गया है। इनमें 4 जवानों की हालत गंभीर है, जबकि अन्य खतरे से बाहर है। बता दें, कि साल 2021 में टेकलगुड़ेम में ही नक्सलियों ने हमला किया था, जिसमें 23 जवान वीरगति को प्राप्त हो गए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगलवार (30 जनवरी 2024) को जोनागुड़ा-अलीगुड़ा क्षेत्र में सुरक्षाबलों की टीम सर्च ऑपरेशन चला रही थी। इस टीम में सीआरपीएफ की कोबरा, एसटीएफ और डीआरजी के जवान शामिल थे। दोपहर लगभग 3 बजे घात लगाए नक्सलियों ने सुरक्षाबलों की टीम पर अंधाधुन फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी अपनी जवाबी कार्रवाई की और दोनों तरफ से भीषण फायरिंग होने लगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस और नक्सलियों के बीच यह मुठभेड़ जगरगुंडा थाना क्षेत्र के टेकलगुड़ेम गाँव में हुई है। दरअसल टेकलगुड़ेम गाँव में एक नया पुलिस कैंप खोला गया है। इसी कैंप से सुरक्षा बल सर्च अभियान पर निकले थे। बताया जा रहा, कि इसके बाद पुलिस टीम पर माओवादियों ने अचानक हमला कर दिया। चार घंटों तक लंबी चली मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख नक्सली जंगल की आड़ लेकर भागने में सफल हो गए।
उल्लेखनीय है, कि टेकलगुड़ा में ही 3 अप्रैल 2021 में सुरक्षाबलों और नक्सली की मुठभेड़ में 23 जवान बलिदान हो गए थे, जबकि 35 से अधिक जवान घायल हो गए थे। इस मुठभेड़ में करीब 350 से 400 नक्सली शामिल थे। इनमें माओवादियों के बड़े लीडर भी मौजूद थे। हमले के दौरान नक्सलीयों ने हथियार भी लूट लिए थे। बता दें, कि तीन दिन पहले चिंतागुफा क्षेत्र में सक्रिय रहे दो महिलाओं और एक पुरुष नक्सली ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया था।