उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में शुक्रवार की जुमे की नमाज के बाद हुई पत्थरबाजी और हिंसक घटना के मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रूख अपनाया है। इस मामले में कानपुर पुलिस ने तत्काल सख्त कार्रवाई करते हुए 18 आरोपितों को हिरासत में लिया है। यूपी के ADG (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने मीडिया को बताया, कि एक पक्ष द्वारा दुकानें बंद कराने का प्रयास किया जा रहा था, जिसका दूसरे पक्ष ने विरोध किया, और इसी बात को लेकर पत्थरबाजी हुई।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा, कि दंगाई की पहचान कर ली गई है, और पुलिस द्वारा अब तक 18 लोग गिरफ्तार किए गए है। वहीं इस घटना पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा है, कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और माहौल बिगाड़ने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उत्तर प्रदेश ADG प्रशांत कुमार ने कहा, कि इस घटना को प्रशासन ने बेहद गंभीरता से लिया है। उपद्रवियों पर गैंगस्टर ऐक्ट के अंतर्गत सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ दोषियों की संपत्ति को जब्त किया जायेगा अथवा उन्हें ध्वस्त किया जाएगा। उन्होंने बताया, कि पुलिस की 12 कंपनी और एक प्लाटून PAC कानपुर के विभिन्न क्षेत्रों में तैनात कर दी गई है। इसके अलावा वरिष्ठ अधिकारियों को भी तैनात किया गया है।
Govt has taken it very seriously. Addl Police forces sent. Hooligans being identified, 18 arrested so far. We've video footage, we'll take action. Action under Gangster Act will be taken against conspirators & their property will be either seized or demolished: Prashant Kumar pic.twitter.com/Wh91XygT2r
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 3, 2022
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया, कि दोषियों की पहचान की जा रही है। दंगाइयों की पहचान के लिए वीडियो फुटेज खंगाले जा रहे है। वीडियो फुटेज के आधार पर अब तक 18 लोगों की पहचान करके गिरफ्तारी की गई है। वहीं, हिंसक घटना में घायल हुए लोगों का उपचार कराया जा रहा है। घायल लोगों की पहचान संजय शुक्ला, उत्तम गौड़, मुकेश बाथम, अमर बाथम, मंजीत यादव और राहुल त्रिवेदी के रूप में हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना परेड चौराहे की बताई जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और स्थिति बिगड़ते देख भारी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया, हालाँकि, इस दौरान पत्थरबाजी जारी रही। इसके बाद पुलिस ने उन्मादी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठियाँ भाँजी, और आंसू गैस के गोले दागे। बताया जा रहा है, कि नूपुर शर्मा के बयान को लेकर जौहर फैंस एसोसिएशन और दूसरी मुस्लिम तंजीमों ने गुरुवार को ही बाजार बंद कराने का ऐलान कर दिया था।
रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद उपद्रवियों ने सड़क पर आकर हंगामा मचाना शुरू कर दिया। जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम कट्टरपंथियों की भीड़ ने दूसरे पक्ष पर पत्थरबाजी करनी शुरू कर दी। मुस्लिम नेताओ के बुलावे पर परेड चौराहा पर सैकड़ों लोगो को एकत्रित किया गया। इसके बाद महिलाओं, बच्चों और युवकों की टोली एक बैग हाथों में लेकर भीड़ में घुस गई और भीड़ में मौजूद लोगो ने इलाके के 25 हिन्दू परिवारों पर हमला बोल दिया।
इसके बाद से दोनों पक्षों में जमकर पथराव हुआ। सुबह से ही चमनगंज, मेस्टन रोड बाबू पुरवा, दलेल पुरवा, कर्नलगंज हीरामन पुरवा समेत कई इलाकों में पूर्ण या आँशिक बंदी थी। पुलिस ने मुस्लिमों को किसी भी तरह के प्रदर्शन की मंजूरी नहीं दी थी, लेकिन जुमे की नमाज के दौरान विभिन्न मस्जिदों से एक संदेश दिया गया, कि वो पैगंबर मुहम्मद पर किसी भी तरह की टिप्पणियों क बर्दाश्त नहीं करेंगे।
Kanpur, UP | 18 detained in view of a clash between two communities allegedly over market shutdown: Kanpur CP Vijay Meena pic.twitter.com/rRdJD2kDJ6
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 3, 2022
फिलहाल कानपुर के पुलिस कमिश्नर के अनुसार, अब स्थिति नियंत्रण में है, और हालात सामान्य हो गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये मुस्लिम बाहुल्य इलाका है। स्थिति को कंट्रोल में करने के बाद अब पुलिस ये पता लगाने में जुट गई है, कि पत्थरबाजी में कौन लोग शामिल थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दंगाइयों ने शुक्रवार सुबह से ही बवाल मचाने की योजना बना रखी थी। बताया जा रहा है, कि पूरे बाजार में जगह-जगह पोस्टर चिपकाए गए थे, लेकिन स्थानीय पुलिस इससे बेखबर रही।
उल्लेखनीय है, कि आज शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कानपुर के दौरे पर थे। इनके साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ भी कानपुर में उपस्थिति थे। अपने इस दौरे के दौरान पीएम मोदी राष्ट्रपति कोविंद के गाँव परौंख भी गए थे।