कर्नाटक राज्य के बेलगाम में भाजपा से निलंबित पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा का प्रतीकात्मक पुतला ट्रैफिक से भरी सड़क के ऊपर फाँसी के फंदे से झूलता हुआ नजर आया है। रोंगटे खड़े कर देने वाली ये घटना बेलगाम के फोर्ट रोड की बताई जा रही है। सोशल मीडिया में वायरल तस्वीर में देखा जा सकता है, कि इस पुतले को साड़ी पहनाई गई थी, और साथ ही हरे रंग का एक झंडा भी नजर आ रहा है, और उस पर नूपुर शर्मा की तस्वीरें भी लगाई गई थी।
उल्लेखनीय है, कि जिस स्थान पर यह प्रतीकात्मक पुतला दहशत पैदा करने के इरादे से लटकाया गया था, उस स्थान पर बसहिबान नामक एक दरगाह भी मौजूद है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये घटना शुक्रवार (10 जून, 2022) की है। पुलिस ने जानकारी दी, कि रात के घने अंधेरे में पुतले को सड़क के बीचोंबीच लटकाया गया है। पुलिस के संज्ञान में जैसे ये घटना आई, पुलिस के तत्काल एक्शन लेते हुए पुतले को हटा लिया। चूँकि ये एक विशेष सांप्रदाय बहुल बेहद संवेदनशील क्षेत्र है, इसलिए पुलिस ने शांति-व्यवस्था कायम रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती बढ़ा दी है।
क्या ये हिंदुओं का भविष्य है?
क्या देश में संविधान व कानून का राज बचा है?
क्या देश में शरिया लागू है या लोकतंत्र है? pic.twitter.com/eMbCweAoAD
— Prashant Umrao (@ippatel) June 10, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्थानीय कॉर्पोरेटर शंकर पाटिल ने घटना के बारे में पुलिस को सूचित किया। स्थानीय हिंदू संगठनों ने इस मामले प्रशासन से सख्त कार्रवाई करने की माँग की है। वहीं, स्थानीय महानगरपालिका के निर्दलीय पार्षद शंकर पाटिल ने कहा, कि ये तालिबान शासित अफगानिस्तान नहीं है, नूपुर शर्मा दोषी है, कि नहीं इसका निर्णय न्यायपालिका करेगी। शंकर पाटिल ने कहा, कि समाज में नफरत और अशांति फैलाने के लिए बदमाशों ने ये कार्य किया है।
उल्लेखनीय है, कि पैगंबर मुहम्मद के संदर्भ में कथित टिप्पणी का आरोप लगने के बाद नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को लगातार हत्या की धमकियाँ दी जा रही है। बता दें, इस्लामिक मुल्को के दबाब में दोनों को भाजपा ने पार्टी से निलंबित कर दिया है। हालाँकि नूपुर शर्मा को देश विदेशो से भारी समर्थन भी मिल रहा है। नूपुर शर्मा को समर्थन देने वाले डच सांसद गीर्ट वाइल्डर्स ने कहा, कि इस्लाम असहिष्णु है, और इसकी विचारधारा दुनिया के लिए अत्यंत खतरनाक है। वाइल्डर्स ने कहा, कि जो मुल्क अपने यहाँ के अल्पसंख्यक समुदाय की हत्या कर देते है और उन्हें जेल में डाल देते है, वे कानून द्वारा शासित एक लोकतांत्रिक देश से क्षमा की माँग करते है, तो यह सबसे बड़ा ढोंग और पाखंड है।