सोशल मीडिया पर पाताल पुरी मठ के प्रमुख महंत बालक दास जी का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में महंत बालक दास जी को कहते हुए सुना जा सकता है, कि यदि इस्लामवादियों ने भाजपा से निलंबित नूपुर शर्मा को हानि पहुँचाने का प्रयास किया, तो संत समाज शांत नहीं बैठेगा। महंत जी ने कहा, कि हमारी पुत्री को दुष्कर्म की धमकी दी जा रही है, उनकी रक्षा के लिए 18 लाख नागा साधु-संत सड़कों पर उतरेंगे।
ऑप इंडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, वीडियो बीते 11 जून को काशी में हुई धर्म परिषद का बताया जा रहा है। वाराणसी के हर तीरथ में आयोजित धर्म परिषद बैठक की अध्यक्षता पातालपुरी मठ के प्रमुख महंत बालक दास जी द्वारा की गई। धर्म परिषद की बैठक में काशी के विभिन्न पीठों, मठों और अखाड़ों के मुख्य पुजारियों और धार्मिक नेताओं के साथ-साथ अन्य कई गणमान्य हिंदू संतों ने हिस्सा लिया था।
नागा साधु नुपुर शर्मा के साथ हैं ?
कल्पना करिये उस दृष्य" का जब "18 लाख" नागा साधु सडक पर उतरेंगे। और यदि सही आकलन खुद ना कर पाओ तो इतिहास पढ़ लेना pic.twitter.com/BpSeL3510L— Harsha Patel ?? (@harshasherni) June 13, 2022
पत्रकारों से वार्ता के दौरान महंत बालक दास जी ने कहा, हिंदुओ के प्रति लगातार अराजकता बढ़ती ही जा रही है। लोगों ने मर्यादा की सीमा की लाँघ दी है। भगवान शिव का उपहास उड़ाया जा रहा है। शिवलिंग को एक फव्वारा बताया जा रहा है। इसके बाद भी सनातन धर्म के लोग शांति से बैठे हुए है। उन्होंने कहा, कि भारत की एक बेटी ने भगवान शिव पर अभद्र टिप्पणी सुनने के बाद वही बात कही जो उनके कुरान में लिखी हुई है। सनातन धर्म में आस्था रखने वाले शांतिपूर्ण व्यवहार कर है, फिर भी ये मौलवी मस्जिदों से लोगों को पुकार रहे है, कि वे आये पत्थर फेंकें और अराजकता फैलाएँ।
पाताल पुरी मठ के प्रमुख महंत बालक दास ने कहा, कि यदि स्थिति बिगड़ी, तो नागा साधु नूपुर शर्मा के बचाव में सड़कों पर उतरेंगे। उन्होंने कहा, “आज हमारी बेटी को बलात्कार की धमकी दी जा रही है। अगर उसे कुछ हो गया, तो ध्यान रहे, कि यह साधु संत समाज कदापि शांत नहीं बैठेगा। 18 लाख नागा साधु सड़को पर उतर आएँगे, साथ ही सम्पूर्ण संत समाज सड़क पर उतर आएगा और फिर आप उस दृश्य की कल्पना भी नहीं कर सकते है।
उल्लेखनीय है, कुछ दिनों पूर्व संपन्न हुई धर्म परिषद में संत समाज द्वारा इस्लामिक कट्टरपंथियों की हिंसा के विरुद्ध सोहल प्रस्तावों को पास किये थे। धर्म परिषद में संत समाज ने एक सुर में कहा था, कि भारत में किसी भी प्रकार से आतंकी तालिबानी मानसिकता को फैलने नहीं दिया जाएगा। धर्म परिषद में साधु संतो द्वारा भाजपा से निलंबित नूपुर शर्मा को दुष्कर्म और कत्ल की धमकी देने वालों पर सख्त कार्रवाई की माँग की गई थी।
ऑपइंडिया से सवांद के दौरान महंत बालक दास जी ने कहा था, काशी में इस प्रकार की कोई अप्रिय घटना न घटे, इसको लेकर शांति की अपील की गई है, लेकिन, ये अत्यंत विचारणीय है, कि आखिर शुक्रवार की जुमे की नमाज के बाद ऐसा क्या बताया जा रहा है, कि वहाँ से निकलते ही लोग इतने उतने उग्र और आराजक हो जा रहे है, और 15-16 साल के कम उम्र के उन्मादी बालक पत्थरबाजी कर रहे है।
जानकारी के लिए बता दें, नागा साधु सनातन हिन्दू धर्मावलम्बी साधु है, जो निर्वस्त्र और युद्ध कला में निपूर्ण होने के लिये विख्यात है। ये विभिन्न अखाड़ों में रहते है, जिनकी परम्परा आदिगुरु शंकराचार्य द्वारा की गयी थी। नागा साधु भगवान शिव के परम भक्त होते है, जो हिमालय के अज्ञात क्षेत्रों में प्रवास करते है। आदिगुरु शंकराचार्य की ओर से स्थापित किए गए विभिन्न अखाड़ों में रहने वाले नागा साधु शरीर पर धूनी की राख को लपेटे रहते है। कुंभ मेले में नागा साधु हिमालय के गुप्त स्थानों से निकल कर शाही स्नान के लिए एकत्रित होते है।