राष्ट्रीय जनतान्त्रिक गठबंधन (राजग) ने आखिरकार तमाम कयासों पर विराम लगाते हुए राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर द्रौपदी मुर्मू के नाम की घोषणा कर दी है। ओडिशा में जन्मी द्रौपदी मुर्मू इससे पूर्व झारखंड के राज्यपाल का पद संभाल चुकी है। उल्लेखनीय है, कि यदि द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति चुनी जाती है, तो वे राष्ट्र की प्रथम आदिवासी होंगी, जो देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचेंगी। द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति बनना स्वतंत्र भारत के इतिहास में अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि साबित हो सकती है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम की घोषणा करते हुए कहा, कि पहली बार किसी महिला आदिवासी उम्मीदवार को वरीयता दी गई है। उन्होंने कहा, कि एनडीए आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार के रूप में घोषित किया है। बता दें, कि भाजपा ने पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के नाम की घोषणा कर एक साथ दो निशाने साधे है, एक तरफ भाजपा ने आदिवासियों को साधने का कार्य किया है, तो वहीं दूसरी ओर महिला सशक्तिकरण को लेकर दूसरे राजनीतिक दलों के सामने एक बड़ी लकीर खींच दी है।
For the first time, preference has been given to a woman tribal candidate. We announce Draupadi Murmu as NDA's candidate for the upcoming Presidential elections: BJP chief JP Nadda pic.twitter.com/1Hh4Jank5v
— ANI (@ANI) June 21, 2022
पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राजग की तरफ से राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनाये जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर सन्देश में लिखा, द्रौपदी मुर्मू ने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज की सेवा के लिए समर्पित किया है। उन्होंने गरीबों, दलितों के साथ हाशिए पर खड़े नागरिको को सशक्त बनाने के लिए अपनी शक्ति झोंक दी। उनके पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव है और उनका कार्यकाल उत्कृष्ट रहा है। मुझे पूर्ण विश्वास है, कि वह राष्ट्र की एक महान राष्ट्रपति होंगी।
Smt. Droupadi Murmu Ji has devoted her life to serving society and empowering the poor, downtrodden as well as the marginalised. She has rich administrative experience and had an outstanding gubernatorial tenure. I am confident she will be a great President of our nation.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 21, 2022
जानकारी के लिए बता दें, द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्र की पहली आदिवासी महिला राज्यपाल बनने का गौरव पहले से ही हासिल है। झारखंड में राज्यपाल के रूप में उनका 6 वर्षीय कार्यकाल निर्विवाद तो रहा है। इसके अलावा राज्य के प्रथम नागरिक और विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति के तौर पर उनका कार्यकाल भी यादगार रहा .20 जून 1958 को जन्मीं द्रौपदी मुर्मू की शिक्षा भुवनेश्वर के रमादेवी वुमेंस कॉलेज से हुई है। उनके पति श्याम चरण मुर्मू का देहांत हो चुका है। उनकी एक पुत्री का नाम इतिश्री मुर्मू है, जिनका विवाह हो चुका है।
उल्लेखनीय है, कि द्रौपदी मुर्मू यदि राष्ट्रपति चुनाव में विजय होती है, तो वह आगामी 25 जुलाई को सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगी। उस वक्त उनकी आयु 64 साल 35 दिन होगी। वर्तमान में अब तक सबसे युवा राष्ट्रपति बनने का रिकॉर्ड नीलम संजीव रेड्डी के नाम दर्ज है। नीलम संजीव रेड्डी जब राष्ट्रपति चुने गए थे, उस समय उनकी आयु 64 साल दो महीने 6 दिन थी। इसके अलावा द्रौपदी मुर्मू अगर चुनाव जीतती है, तो वह राष्ट्र की दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। बता दें, प्रतिभा देवी सिंह पाटिल देश की पहली महिला राष्ट्रपति के तौर पर 2007 से 2012 के दौरान देश के सर्वोच्च पद पर रही थी।