गुजरात दंगो के मामलों पर सनसनीखेज और मन मुताबिक तथ्य गढ़ने के आरोप में बीते रविवार को मुंबई से गिरफ्तार कथित सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को आज रविवार तड़के अहमदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है। 25 जून 2022 (शनिवार) शाम को गुजरात एटीएस तीस्ता को शांताक्रूज पुलिस स्टेशन से अहमदाबाद लेकर निकली थी। तीस्ता को आज ही अहमदाबाद कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा। बता दें, कि तीस्ता के विरुद्ध धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और कानूनी प्रक्रिया के अपमान का नया मुकदमा दर्ज किया गया है।
Gujarat ATS detained and took activist Teesta Setalvad to Santacruz police station in Mumbai pic.twitter.com/X72wZ1pyee
— ANI (@ANI) June 25, 2022
ऑपइंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात एटीएस अदालत में तीस्ता सीतलवाड़ की रिमांड की मांग करेगी। कथित सामजिक कार्यकर्त्ता तीस्ता के साथ गिरफ्तार हुए पूर्व आईपीएस श्रीकुमार और पहले से जेल में बंद संजीव भट्ट को भी आज न्यायालय में पेश किया जाएगा। इस मामले की जाँच अहमदाबाद क्राइम ब्रान्च कर रही है। बताया जा रहा है, कि पुलिस इन सभी को अधिक से अधिक समय तक रिमांड में लेने की कोशिश करेगी।
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने तीस्ता शेतलवाड, पूर्व IPS संजीव भट्ट और पूर्व DGP आर बी श्रीकुमार के खिलाफ फर्जी दस्तावेज बनाकर साजिश के तहत गलत प्रोसिडिंग शुरू करवाने का मामला दर्ज किया
तीस्ता और श्रीकुमार को हिरासत में लिया गया है, संजीव भट्ट पहले से जेल में है#GujaratRiots2002
— Kamit solanki ?? (@KamitSolanki) June 25, 2022
उल्लेखनीय है, कि बीते दिनों गुजरात दंगो के मामले में विशेष जांच दाल की रिपोर्ट को उचित ठहराते हुए सर्वोच्च अदालत ने टिप्पणी कर कहा, कि याचिकाकर्ता जकिया जाफरी का तीस्ता सीतलवाड़ ने भावनात्मक शोषण किया है। तीस्ता पर उनकी सामाजिक संस्था में आए फंड के दुरुपोग के साथ ही अदालत में मनगढ़त तथ्य प्रस्तुत करने का आरोप है। जाकिया जाफरी मामले में सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद उन पर कानूनी तय मानी जा रही थी। बता दें, एसआईटी ने 2002 के गुजरात दंगों के मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य को क्लीनचिट दी थी। इसके खिलाफ जकिया जाफरी समेत अन्य अर्बन नक्सल ने देश की सर्वोच्च अदालत में याचिका दाखिल की थी।