पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत द्वारा सोशल मीडिया में शेयर एक पोस्ट सुर्खियों में है। इस पोस्ट में हरीश रावत विधानसभा चुनाव 2022 मेें कांग्रेस की हार का ठीकरा उनके ऊपर फोड़े जाने पर अपने विरोधियों को निशाने पर ले रहे है। उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा, कि वे (विरोधी) शादी विवाह में लोगों के बीच एक ही बात कह रहे है, कि हरीश रावत ने पार्टी को हरवा दिया, नहीं तो कांग्रेस की सरकार बन जाती।
उल्लेखनीय है, कि विधानसभा चुनाव में पराजय के बाद से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरीश रावत ने हार की नैतिक जिम्मेदारी बेशक अपने कंधो पर ली थी, लेकिन कई मौको उन्होंने अपना दर्द बयान करते हुए यह भी कहा, कि उन्हें इस बात का दुःख है, कि कांग्रेस के भीतर कुछ नेता चुनाव में मिली हार के लिए सिर्फ उन्हें ही जिम्मेदार ठहरा रहे है, जबकि विधानसभा चुनाव सामूहिक नेतृत्व में लड़ा गया था।
कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत ने बीते शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा, मेरे कई अच्छे दोस्त यह सोचकर चलते है, कि हरीश रावत नहीं होता, तो उन्हें दुनिया की न जाने क्या-क्या दौलत व पद मिल जाते। वह जब शादी-विवाह में भी जा रहे है, तो लोगों के बीच में एक ही बात कह रहे है, कि हरीश रावत ने पार्टी को हरवा दिया नहीं तो कांग्रेस सरकार बन जाती।
मेरे कई अच्छे #दोस्त यह सोचकर के चलते हैं कि हरीश रावत नहीं होता तो उन्हें दुनिया की न जाने क्या-क्या दौलत व पद मिल जाते..https://t.co/ef2dWRa407.. मैं पार्टी के किसी भी फोरम में इस पर बात करने के लिए तत्पर रहूंगा।#uttarakhand @INCIndia @RahulGandhi @priyankagandhi pic.twitter.com/AGMoQZpFHc
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) June 30, 2022
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने आलोचकों पर कटाक्ष करते हुए लिखा, जिन्होंने कभी किसी कांग्रेसी को जिताने का काम नहीं किया। इनमें एक वरिष्ठ नेता भी हैं, जो प्रदेश अध्यक्ष तक पहुंचे। ऐसे लोगों से इतना जरूर पूछ लीजिए, कि उन्होंने इस चुनाव में किस कांग्रेस उम्मीदवार को जिताया और उनके अपने गृह क्षेत्र के कांग्रेस उम्मीदवार की उनके विषय में क्या राय है? जिताने के लिए काम किया या हराने के लिए काम किया।
हरीश रावत आगे लिखते है, वह अल्मोड़ा से सांसद रहे। ऊधमसिंह नगर से सांसद का चुनाव लड़ा और हरिद्वार से सांसद रहे और तीनों ही संसदीय क्षेत्रों में कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी। जहां चुनाव हारे है, वहाँ तुलनात्मक रूप में अच्छी तरह टक्कर देकर हारे। राज्यभर में जिन कांग्रेस उम्मीदवारों के साथ उनका नाम जुड़ा है, उन्होंने भी चुनाव में अच्छी टक्कर दी। क्या यही स्थिति सारे राज्य में है। फिर उन पर ही दोषारोपण क्यों। उन्होंने कहा, कि वह पार्टी के किसी फोरम में इस पर बात करने के लिए तत्पर है।