मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार (16 जुलाई 2022) को अल्मोड़ा स्थित जागेश्वर में श्रावणी मेले के शुभारंभ अवसर पर विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, पांचवे धाम जागेश्वर का विकास मास्टर प्लान के अंतर्गत किया जाएगा। इससे पूर्व सीएम धामी ने फीता काटकर और दीप जलाकर श्रावणी मेला का शुभारंभ किया। श्रावणी मेले के शुभारंभ से पहले सीएम धामी ने जागेश्वर, महामृत्युंज, पुष्टि देवी मंदिरों में विधिवत पूजा-अर्चना की।
इस अवसर पर सीएम धामी ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, कि प्रदेश सरकार विकल्प रहित संकल्प के मंत्र पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य निरंतर विकास के पथ पर गतिमान है। सीएम धामी ने कहा, कि राज्य स्थापना के 25वें वर्ष में राष्ट्र के सर्वश्रेष्ठ राज्यों में उत्तराखंड अपनी पहचान बनाएगा। सीएम धामी ने आगे कहा, कि समान नागरिक संहिता को लागू करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य होगा, और इसके लिए 5 सदस्यीय कमेटी ने काम करना भी शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री धामी ने अपने ट्विटर संदेश में लिखा, “आज जागेश्वर (अल्मोड़ा) में आयोजित होने वाले श्रावणी मेले का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर मैंने लगभग ₹12.35 करोड़ लागत की विभिन्न लोककल्याणकारी योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण भी किया।”
आज जागेश्वर (अल्मोड़ा) में आयोजित होने वाले श्रावणी मेले का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर मैंने लगभग ₹12.35 करोड़ लागत की विभिन्न लोककल्याणकारी योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण भी किया। pic.twitter.com/6Pznagbp3N
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 16, 2022
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने हरेला पर्व एवं श्रावणी मेले के शुभारंभ पर शुभकामनाएं देते हुए कहा, कि आने वाले एक माह में जिले के सभी स्कूलों में सौ फीसदी शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। उन्होंने कहा, कि पहली बार जिले में चिकित्सकों की पर्याप्त तैनाती की गई है। इस मौके पर स्थानीय विधायक मोहन सिंह मेहरा ने जागेश्वर विधानसभा के लिए 12.35 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया।
जागेश्वर में श्रावणी मेले के शुभारंभ के अवसर पर सीएम धामी के साथ कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, जागेश्वर विधायक मोहन सिंह मेहरा, कपकोट विधायक सुरेश गड़िया भी मौजूद रहे। बता दें, कोरोना महामारी की वजह से दो वर्ष बाद आयोजित हो रहे इस श्रावणी मेले में इस बार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। लगभग एक माह तक चलने वाले श्रावणी मेले में उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों से भी हजारों श्रद्धालु पहुंचते है।