पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ टिप्पणी के आरोप में दर्ज सभी मुकदमों को एक ही स्थान पर हस्तानांतरित करवाने के लिए नूपुर शर्मा एक बार फिर से सर्वोच्च अदालत पहुँची है। भाजपा की पूर्व नेता नूपुर शर्मा ने इस मामले में एक नई याचिका दाखिल करते हुए गिरफ्तारी से अंतरिम राहत की अपील भी की है। बता दें, कि पिछले दिनों जब नूपुर शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, तो सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस सूर्यकान्त और जस्टिस जेबी पारदीवाला ने उन पर सख्त टिप्पणी की थी।
Former BJP Spokesperson Nupur Sharma approaches Supreme Court seeking a stay on her arrest in the FIRs registered against her for the alleged hate statement against Prophet Mohammad. Sharma seeks direction to club all the FIRs registered against her across the country
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— ANI (@ANI) July 18, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नूपुर शर्मा ने शीर्ष अदालत में दायर याचिका में कहा है, कि सुप्रीम कोर्ट में पीठ की ओर से की गई अप्रत्याशित और कड़ी आलोचना के पश्चात उनके जीवन के लिए खतरा और अधिक बढ़ गया है, और उन्हें जान से मार डालने और दुष्कर्म तक की धमकियाँ भी दी जा रही है। नूपुर शर्मा ने अपनी याचिका में कहा है, कि उनके विरुद्ध क्योंकि दिल्ली में पहली FIR दर्ज की गई थी, इसलिए अन्य स्थानों पर दर्ज एफआईआर को दिल्ली मामले के साथ जोड़ दिया जाए। उल्लेखनीय है, कि एक ही मामले में किसी को कानूनन अलग-अलग सजाये नहीं सुनाई जा सकती है।
उल्लेखनीय है, कि इस प्रकरण की सुनवाई कल मंगलवार (19 जुलाई, 2022) को जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी पारदीवाला की पीठ ही करेगी। नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर इस्लामिक जिहादियों ने राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल, और महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोल्हे का गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी थी। वहीं गुजरात, उदयपुर और भीलवाड़ा समेत देश के अन्य स्थानों में भी नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर ऐसी कई धमकियाँ दी जा रही है। इसके साथ ही उदयपुर हत्याकांड के तार अजमेर स्थित ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह से भी जुड़ रहे है।