उत्तराखंड पुलिस ने राजधानी देहरादून में अंतरराष्ट्रीय फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा करते हुए 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। छापेमारी के दौरान कॉल सेंटर से 1.26 करोड़ की रकम भी बरामद हुई है। देहरादून एसटीएफ ने फर्जी कॉल सेंटर में काम करने वाले लगभग 300 युवक-युवतियों से भी पूछताछ की है। पुलिस के अनुसार, फर्जी कॉल सेंटर के जरिये विदेशों में रह रहे लोगों के साथ ठगी की जा रही थी। विदेशियों से फर्जी तरीके से माइक्रोसॉफ्ट समेत अन्य की सेवाएं देने के नाम पर क्यूआर कोड के जरिये डॉलर ऐंठे जाते थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने मीडिया को जानकारी दी, पिछले वर्ष एसटीएफ ने इसी प्रकार के चार फर्जी कॉल सेंटरों का भंडाफोड़ किया था। पुलिस को एक लंबे वक्त से राजधानी देहरादून में एक और फर्जी कॉल सेंटर संचालित किये जाने की सूचनाएं मिल रही थी। पुख्ता जानकारी के बाद बीते बुधवार (20 जुलाई 2022) की देर रात देहरादून एसटीएफ की टीम ने न्यू रोड स्थित एक कांप्लेक्स में छापा मारा।
देहरादून- विदेश नागरिकों से ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले फर्ज़ी कॉल सेंटर के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए #UttarakhandPolice STF, साइबर क्राइम पुलिस ने ₹1.26 करोड़ कैश बरामद कर 14 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही 245 लैपटॉप, 61 कंप्यूटर सीज़ किये।#UKPoliceStrikeOnCrime pic.twitter.com/Hg5HbulEch
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) July 21, 2022
ए टू जेड नाम से चलाये जा रहे फर्जी कॉल सेंटर में एसटीएफ टीम ने करीब 300 से ज्यादा युवक-युवतियां से बारी-बारी से पूछताछ की। हालाँकि इनसे पुलिस को कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया। इसके बाद एसटीएफ ने इनके लैपटॉप और कंप्यूटर की जांच-पड़ताल की, तो पूरा मामला खुल गया। इस कॉल सेंटर से ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, और कनाडा समेत अन्य देशो के नागरिकों से इंटरनेट कॉलिंग के जरिये संपर्क साधा जाता था।
पुलिस के अनुसार, इसके बाद माइक्रोसॉफ्ट समेत अन्य कंपनियों की सेवाएं देने के ऐवज पर उनके कंप्यूटर में एक पॉप-अप लिंक जनरेट किया जाता था। फिर उस पॉप-अप को एक फर्जी मेल या लिंक के जरिये ठीक कर दिया जाता था। इस कथित सेवा के बदले उनसे 100 से 300 डॉलर तक वसूल लिए जाते थे। एसटीएफ ने तलाशी के दौरान कॉल सेंटर की एक आलमारी से 1.26 करोड़ की नकदी भी बरामद की। इसके साथ ही 245 लैपटॉप और 61 कंप्यूटर भी जब्त किए गए है।
पुलिस ने छापेमारी के दौरान एक युवती सहित 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से 11 को नोटिस देकर जमानत दे दी गई, जबकि तीन आरोपियों को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है। उल्लेखनीय है, कि कॉल सेंटर में विदेशों से पैसा ऑनलाइन के जरिये आता था। ऐसे में इतनी मात्रा में नकदी कहां से आयी है, इसका खुलासा अभी एसटीएफ ने नहीं किया है। बताया जा रहा है, इसके लिए एसटीएफ कुछ करेंसी एक्सचेंज सेंटर से भी जानकारी जुटा रही है।