केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा उनकी 18 वर्षीय बेटी पर ‘बार’ चलाने का आरोप लगाने के मामले में कांग्रेस नेता जयराम रमेश, पवन खेड़ा और नेट्टा डिसूजा को कानूनी नोटिस भेजा है। कानूनी नोटिस में उन्होंने अपनी बेटी के खिलाफ कांग्रेसी नेताओं द्वारा फैलाई जा रही भ्रामक और आपत्तिजनक बातों पर रोक लगाने की बात कही है। केंद्रीय मंत्री ईरानी ने कांग्रेस के नेताओं से अनकी बेटी से लिखित माफी माँगने और आरोपों को वापस लेने के लिए कहा है।
Union Minister Smriti Irani sends legal notice to Congress leaders Pawan Khera, Jairam Ramesh, Netta D' Souza & Congress over remarks on her 18-year-old daughter & ask them to tender a written unconditional apology and withdraw the allegations with immediate effect
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— ANI (@ANI) July 24, 2022
बता दें, कांग्रेस के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी पर गोवा में “अवैध बार” चलाने का आरोप लगाते हुए बीते शनिवार को कहा था, कि पीएम नरेंद्र मोदी को अपने मंत्रिमंडल से स्मृति ईरानी को बर्खास्त करना चाहिए। पवन खेड़ा ने कहा, कि “केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे है। गोवा में उनकी बेटी द्वारा चलाए जा रहे बार में शराब परोसने के लिए फर्जी लाइसेंस जारी करवाने का आरोप लगा है और इस बात का खुलासा सूचना का अधिकार (RTI) के अंतर्गत हुआ है।
वहीं स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के आरोपों को दुर्भावनापूर्ण बताते हुए दावा किया, कि नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी की “पांच हजार करोड़ रुपये की लूट’’ के खुलासे के कारण उनकी बेटी को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, कि ‘मेरी बेटी की गलती यह है, कि उसकी मां ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा।
गौरतलब है, कि स्मृति ईरानी की बेटी की ओर से इन आरोपों को खारिज किया गया है। केंद्रीय मंत्री की पुत्री के वकील कीरत नागरा ने एक बयान में कहा, कि उनकी मुवक्किल ‘सिली सोल्स” नामक रेस्टोरेंट की ना ऑनर है, और ना ही इसका संचालन करती है, और किसी प्राधिकार की तरफ से उन्हें कोई ‘कारण बताओ नोटिस’ भी जारी नहीं किया गया है।