मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार ( 26 जुलाई 2022) को कारगिल विजय दिवस के अवसर पर भारतीय सेना के अदम्य साहस व शौर्य को नमन किया। सीएम धामी ने शौर्य दिवस के अवसर पर राजधानी देहरादून गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक स्थल पर कारगिल युद्ध में वीरगति प्राप्त सैनिको को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कार्यक्रम के दौरान युद्ध भूमि में प्राणो की आहुति देने वाले वीर सैनिकों के परिजनों और वीरांगनाओं को सम्मानित भी किया। सीएम धामी ने कार्यक्रम में अपने संबोधन का आंरभ रामधारी सिंह दिनकर की कविता से की , ‘जिनके सिंहनाद से सहमी धरती रही अभी तक डोल, कलम, आज उनकी जय बोल’ से की।
LIVE: शौर्य दिवस के अवसर पर आयोजित कारगिल शहीदों के श्रद्धांजलि समारोह कार्यक्रम में प्रतिभाग
https://t.co/C1nibZxt3O— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 26, 2022
मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में कहा, कि मैं स्वयं एक सैनिक परिवार से हूँ, इसलिए वीरों की वीरता को समझता हूँ। कारगिल के युद्ध में वीरों की राष्ट्रभक्ति अपने चरम पर थी। उनका साहस ही था, जिसके बल पर युद्ध जीता गया। उन्होंने कहा, कि राज्य में निर्माणाधीन सैन्यधाम सितंबर माह तक बनकर तैयार हो जाएगा।
उन्होंने कहा, कि आने वाला दशक उत्तराखंड का दशक होगा। हम सभी को उत्तराखंड को राष्ट्र का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का संकल्प लेना होगा। सीएम धामी ने कहा, कि पूर्व में सेना को एक गोली तक चलाने की छूट नहीं थी, लेकिन अब अगर सेना पर एक भी गोली चलती है, तो उसका जवाब सर्जिकल स्ट्राइक से दिया जाता है। उन्होंने कहा, कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में अब राष्ट्र की सेना और शक्तिशाली हुई है। वर्तमान में केंद्रीय नेतृत्व दिल्ली में बैठकर नहीं, बल्कि घाटी में जाकर सेना का मनोबल बढ़ाता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने अपने संबोधन में आगे कहा, कि कारगिल युद्ध में बड़ी संख्या में उत्तराखंड के सपूतों ने राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दी। प्रदेश सरकार सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं उनके परिजनों के कल्याण के लिये वचनबद्ध है। भारत की सेना ने अपने शौर्य और पराक्रम से सदैव देश का मान बढ़ाया है। हमें अपने जवानों की वीरता पर गर्व है।
सीएम धामी ने अपने ट्विटर संदेश में कहा, आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर गाँधी पार्क, देहरादून में कारगिल युद्ध के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुझे शहीद सैनिकों के परिजनों को भी सम्मानित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
दुर्गम व विपरीत परिस्थितियों में भी असाधारण शौर्य एवं पराक्रम के साथ दुश्मन के दांत खट्टे कर मां भारती की शान तिरंगे को लहराकर मातृभूमि को गौरवान्वित करने वाले शूरवीरों को शत्-शत् नमन।
जय हिंद! pic.twitter.com/gi1ZPFNdKD— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 26, 2022
वहीं कारगिल विजय दिवस ‘शौर्य दिवस’ के अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत) द्वारा भारतीय सेना के वीर शहीदों को नमन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा, कि कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने अदम्य साहस, शौर्य और रणनीतिक कौशल का प्रदर्शन किया था। उन्होंने कहा, कि शौर्य दिवस राष्ट्र की सुरक्षा के लिए बॉर्डर पर तैनात वीर सैनिकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन है। इन वीर जवानों के त्याग एवं बलिदान की वजह से ही राष्ट्र की सीमाएं सुरक्षित है।