उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के पेपर लीक धांधली प्रकरण में एसटीएफ ने रविवार (31 जुलाई 2022) को कांस्टेबल समेत दो और आरोपितों को हिरासत में लिया है। उल्लेखनीय है, कि इस पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने अभी तक दीपक शर्मा और कांस्टेबल अंबरीष गोस्वामी समेत 11 अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 35 लाख रुपये भी बरामद हुए है। एसटीएफ को अब तक 1.25 करोड़ रुपयों के लेन-देन का पता चला है।
Uttarakhand | A dozen arrested in connection with the UKSSSC paper leak case in the Kumaon division in the last 24 hours. Uttarakhand Police constable Amrish Goswami is among those arrested. A total amount of Rs 35.89 lakhs has been recovered by the Special Task Force: SSP pic.twitter.com/vXFnAcYGpb
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 31, 2022
गौरतलब है, कि पिछले एक हफ्ते के दौरान पेपर लीक धांधली मामले में एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार 11 आरोपित आयोग की आउटसोर्स कंपनी से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी है। इसी मामले में एसटीएफ ने पूर्व में गिरफ्तार आउटसोर्स कंपनी के माध्यम से आयोग में तैनात कम्प्यूटर प्रोग्रामर जयजीत सिंह से रिमांड के दौरान उसके पंडितवाड़ी स्थित निवास से एक मोबाइल और 10 लाख रुपये बरामद किये थे। पुलिस के अनुसार,इसी मोबाइल से पेपर लीक किया गया था।
एसएसपी एसटीएफ ने जानकारी दी, कि पहले दिन से ही एसटीएफ की सर्विलांस टीम काम में जुटी हुई है। परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने वाले 100 से अधिक अभ्यर्थी एसटीएफ की जांच कि दायरे में है। अभ्यर्थियों की सूची उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा एसटीएफ को उपलब्ध करवाई गई है। पुलिस के अनुसार, अब तक एक लाख से ज्यादा मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लिया जा चुका है। इनसे कई सबूत भी मिले है।
उल्लेखनीय है, कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की तरफ से आयोजित स्नातक स्तर की भर्ती परीक्षा में धांधली सामने आने के बाद अब पुरानी भर्तियों के पेपर लीक या नकल करवाने की शिकायतें भी एसटीएफ के पास आने लगी है। यह पहली बार नहीं है, कि जब पेपर लीक का मामला सामने आया है। एसटीएफ को इससे पहले भी पेपर लीक होने के संकेत मिले थे, लेकिन सबूतों के आभाव में एसटीएफ फिलहाल कहीं भी हाथ डालने से बच रही है।