उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) पेपर लीक धांधली प्रकरण में एसटीएफ की टीम ने रामनगर न्यायालय, जिला नैनीताल के कनिष्ठ सहायक हिमांशु कांडपाल को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, अल्मोड़ा जिले का निवासी आरोपित हिमांशु कांडपाल ने अपने सगे जीजा मनोज जोशी(पीआरडी) के जरिये अन्य आरोपित महेंद्र चौहान एवं दीपक शर्मा के साथ मिलकर अभ्यर्थीयों को पेपर लीक कर भर्ती परीक्षा क्लियर करवाई थी।
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट्स के अनुसार, सबूतों और बयानों के आधार पर जूनियर असिस्टेंट हिमांशु कांडपाल, रामनगर कोर्ट, नैनीताल को गिरफ्तार किया गया। अपने बहनोई मनोज जोशी के माध्यम से आरोपी महेंद्र चौहान और दीपक शर्मा के साथ मिलकर पेपर लीक किये।
On basis of evidence&statements, jr asst Himanshu Kandpal, Ramnagar Court, Nainital arrested. Through his brother-in-law Manoj Joshi, along with accused Mahendra Chauhan&Deepak Sharma,accused cleared exam by leaking ques paper:Ajay Singh, SSP, STF Uttarakhand on UKSSSC paper leak pic.twitter.com/XTYb3w0Xyy
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 2, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रामनगर स्थित उत्तराखंड बोर्ड कार्यालय के एक कर्मचारी भी एसटीएफ के संदेह के घेरे में है। पेपर लीक मामले में बीते रविवार तक ऊधमसिंह नगर जिले से चार गिरफ्तारी की जा चुकी है। इनमें सितारगंज से कोर्ट का कनिष्ठ सहायक मनोज जोशी, किच्छा के एक प्राइवेट स्कूल का शिक्षक गौरव नेगी, काशीपुर एएसपी का गनर अमरीश कुमार और काशीपुर से ही दीपक शर्मा शामिल है।
पुलिस द्वारा आरोपित अमरीश और दीपक से पूछताछ के बाद काशीपुर निवासी महेंद्र सिंह चौहान का नाम सामने आया था। बीते सोमवार को एसटीएफ ने महेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। महेंद्र सिंह नैनीताल सीजेएम कोर्ट में कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात था। बता दें, महेंद्र सिंह पेपर लीक धांधली मामले में गिरफ्तार होने वाला 12वां आरोपित है।
एसटीएफ की पूछताछ के दौरान महेंद्र सिंह ने अमरीश और दीपक के साथ पेपर लीक करने की बात कबूल की है। लीक पेपर हासिल करने वाले हर अभ्यर्थी से 15-15 लाख रुपये की रकम वसूली गयी थी। बताया जा रहा है, कि काशीपुर, जसपुर और उत्तर प्रदेश के भी कुछ युवकों को पेपर दिये गये थे।