बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में बीते शुक्रवार (5 अगस्त 2022) को भारतीय महिला हॉकी टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया का सेमीफाइनल मैच हुआ। उल्लेखनीय है, कि इस मैच में दोनों टीमों द्वारा बराबर गोल किए जाने के बाद खेल पेनल्टी शूटआउट तक पहुँचा, लेकिन इस चरण में जैसे ही भारत ने ऑस्ट्रेलिया के पहले गोल को रोका, तभी रेफरी ने भारत के खिलाफ बेईमानी कर दी।
सोशल मीडिया में वायरल सेमीफाइनल मैच के वीडियो में सपष्ट नजर आ रहा है, कि ऑस्ट्रेलिया का गोल रोके जाने के बावजूद मैच के अंपायर ने भारतीय टीम को बताया, कि घड़ी तो चालू ही नहीं हुई थी। भारतीय कोच ने इस बात पर रेफरी को समझाने की बहुत कोशिश भी की, लेकिन इसका रेफरी पर कोई असर नहीं हुआ। इस धोखेबाजी का असर टीम इंडिया के मनोबल पर भी पड़ा, और अगले तीन गोल वे ना तो रोक पाए और ना ही विपक्षी टीम पर गोल कर पाए। परिणामस्वरूप भारतीय टीम पेनल्टी शूटआउट में 3-0 से हार गई।
राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय महिला हॉकी टीम के साथ हुई इस बेईमानी और नाइंसाफी को देख तमाम भारतीय आक्रोशित हुए है। इसी क्रम में पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भी अपना गुस्सा सोशल मीडिया पर उतारा है। वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट कर लिखा, “पेनल्टी मिस हुआ ऑस्ट्रेलिया से, और अंपायर ने कहा, कि सॉरी क्लॉक स्टार्ट नहीं हुई। इस तरह का भेदभाव क्रिकेट में भी होता था, जब तक हम सुपरपावर नहीं बने थे। हॉकी में भी हम जल्द बनेंगे और फिर सभी क्लॉक वक्त पर शुरू होंगे, मुझे अपनी लड़कियों पर गर्व है।”
Penalty miss hua Australia se and the Umpire says, Sorry Clock start nahi hua. Such biasedness used to happen in cricket as well earlier till we became a superpower, Hockey mein bhi hum jald banenge and all clocks will start on time. Proud of our girls ??pic.twitter.com/mqxJfX0RDq
— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 6, 2022
जानकारी के लिए बता दें, भारतीय महिला हॉकी टीम ने मैच में निर्धारित समय तक स्कोर 1-1 की बराबरी पर रखा, जिसके बाद मैच का निर्णायक परिणाम शूटआउट तक पहुंचा। इस विवादित पेनल्टी शूट के बाद भारतीय टीम का मनोबल गिरा हुआ नजर आया और इसका असर उनके खेल पर भी दिखा। भारत को पेनल्टी शूटआउट में 0-3 से हार झेलनी पड़ी। हालाँकि टीम इंडिया अभी भी मेडल की दौड़ से बाहर नहीं हुई है। भारतीय टीम अब कांस्य पदक के लिए मैदान में खेलेगी, जबकि ऑस्ट्रेलिया टीम ने फाइनल में पहुंचकर कम से कम अपना रजत पदक सुनिश्चित कर लिया है।