शिक्षक भर्ती घोटाले में जेल की हवा खा रहे बंगाल सरकार के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी रही अर्पिता मुखर्जी के लिए जेल में दिन बिताने बेहद भारी हो रहे है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, घोटाले में फँसे पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को जेल में देखकर कैदियों ने भद्दी-भद्दी फब्तियां कसी। जेल में कैदी उन्हें ‘चोर-चोर’ कहकर बुला रहे है। बताया जा रहा, कि जेल में पहली रात पार्थ चटर्जी ने कमोड पर बैठकर गुजारी, जबकि अर्पिता मुखर्जी ने पहले दिन कुछ खाया ही नहीं, और सिर्फ रोती रही।
जेल सूत्रों के अनुसार, जेल में पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को कैदियों के कई प्रकार के दुर्व्यहार का सामना करना पड़ रहा है। बीते रविवार को जैसे ही पार्थ चटर्जी अपनी कोठरी से बाहर निकले, वहां मौजूद अन्य कैदियों ने चोर-चोर के नारे लगाने शुरू कर दिया। इसके अलावा उन्हें विभिन्न प्रकार के अपशब्दों का भी सामना करना पड़ रहा है। कैदियों ने सीटी बजाकर उनका मजाक भी उड़ाया। शाम को भी कैदियों ने अर्पिता मुखर्जी का नाम लेकर पार्थ के ऊपर भद्दी फब्तियां कसीं, हालाँकि पार्थ ने इन बातो को अनसुना कर सीधे अपनी कोठरी में चले गए।
जानकारी के अनुसार, पिछले शुक्रवार को जब तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता जेल पहुंचे, तो वे जमीन पर बैठ रहे, क्योंकि उनका वजन काफी ज्यादा है, इसलिए वे ज्यादा देर तक जमीन पर भी बैठ नहीं सके और कोठरी के शौचालय में एक कमोड पर बैठकर पूरी रात गुजारी। सुबह पार्थ के अनुरोध पर जेल अधिकारियों ने उन्हें एक चारपाई और तीन कंबल दिए गए। बंगाल सरकार में ताकतवर मंत्री रहे पार्थ चटर्जी पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। जेल के उच्च अधिकारी स्वयं प्रत्येक एक घंटे में उनकी स्थिति का जायजा ले रहे है। ऐसा इसलिए भी है, क्योंकि जेल के कैदियों का व्यवहार उनके प्रति भिन्न है।
उल्लेखनीय है, कि पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 23 जुलाई 2022 को गिरफ्तार किया था। दोनों की जमानत याचिका खारिज करते हुए स्पेशल कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। ईडी को जाँच में अर्पिता के दो फ्लैट से लगभग 50 करोड़ रुपए से अधिक का कैश बरामद हुए थे। पार्थ चटर्जी को जेल के सबसे सुरक्षित भाग में रखा गया है, जहाँ कभी अमेरिकी सेंटर पर हमले के मास्टरमाइंड आतंकी अफताब अंसारी रखा जाता था।