घी-संग्रांद उत्तराखंड हिमालय राज्य में मनाया जाने वाला एक विशेष त्यौहार है, जिसमें हम वर्षा ऋतु या मानसून के सफल समापन पर ईश्वर का धन्यवाद देते है, क्योंकि प्रकृति देवी या धरती की हरियाली व फसलों के चक्र को व्यवस्थित करने में वर्षा ऋतु य मानसून का एक विशेष स्थान है।
THE RIMT होटल मैनेजमेंट संस्थान के छात्र छात्राओं ने हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हमारे उत्तराखंड के क्षेत्रीय त्योहारों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाई जाने की मुहिम को आगे बढ़ाया है, क्योंकि हमारा मानना है कि हम हमारी अर्थव्यवस्था सभी एक दूसरे से पूरे विश्व में एक नाजुक दौर से जुड़े हुए है।
जब दुनिया के किसी हिस्से में एक किसान एक अच्छा उद्यमी बनकर बहुत अच्छी फसल उगाता है, तो उसी फसल को या फलों को और सब्जियों को होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन अच्छे दामों पर खरीद कर उनसे अपने प्रोफेशनल CHEFS की मदद से सर्वश्रेष्ठ व्यंजन या DISHES तैयार करवाते है।
दुनिया भर में कई सारे ट्रांसपोर्ट लॉजिस्टिक्स की मदद से उसे एयरलाइंस cruise और होटल इंडस्ट्री में अपने गेस्ट को फ्रैशली serve किया जाता है, और पूरे विश्व में एक ग्लोबल फेस्टिवल का माहौल बनता है। ghee sakrand आज हिमालय से निकलकर ग्लोबली मनाया जाने लगा है। यह हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की वोकल फॉर लोकल मुहिम का एक मजबूत उदाहरण भी है।
हम और हमारे होटल मैनेजमेंट के छात्रों ने #dhaad संस्था के साथ बुधवार (17 अगस्त 2022 ) को हरेला fesrival के बाद फिर से प्रकृति को धन्यवाद दिया और ताजे पहाड़ी व्यंजनों का भरपूर आनंद लिया ढोल दमाऊ से ईश्वर को धन्यवाद किया और पहाड़ी मंडाण लगाया।
लेखक
मितेश सेमवाल
निदेशक (The RIMT)