टाटा समूह (Tata Group) के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) की बीते रविवार (4 सितंबर, 2022) को एक सड़क हादसे में निधन हो गया था। यह सड़क दुर्घटना मुंबई के निकट पालघर जिले के मुंबई-अहमदाबाद राजमार्ग पर सूर्या नदी के पुल पर हुआ था। इस सड़क हादसे में साइरस मिस्त्री समेत एक अन्य कार सवार की भी मौत हो गई थी, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल गए थे। सड़क दुर्घटना के बाद सामने आए वीडियो के बाद लोग इस हादसे को लेकर कई प्रकार के सवाल खड़े कर रहे है।
जानकारी के अनुसार, जिस मर्सिडीज कार से सायरस मिस्त्री और उनके मित्र यात्रा कर रहे थे, उसके वीडियो और तस्वीरें सामने आई है। वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है, कि कार के आगे के हिस्से को काफी नुकसान पंहुचा है, जबकि कार के भीतर कुछ विशेष नुकसान नहीं हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कार ड्राइव कर रहीं डॉ. अनाहिता पंडोले और उनके बगल की सीट पर बैठे उनके पति गंभीर रूप से घायल हुए है, जबकि कार की पिछली सीट पर बैठे सायरस मिस्त्री और उनके एक अन्य दोस्त की मौत हो गई।
#WATCH महाराष्ट्र: टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की आज दोपहर करीब 3 बजे पालघर इलाके में एक कार दुर्घटना में मृत्यु हो गई।
वाहन में कुल 4 लोग सवार थे, पुलिस ने कहा कि साइरस मिस्त्री सहित 2 की मृत्यु हुई है।वीडियो दुर्घटनाग्रस्त कार का है। pic.twitter.com/WmHbsyp1bI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 4, 2022
ऐसे में नेटिजन्स सोशल मीडिया पर सवाल पूछ रहे है, कि आखिर ये कैसे संभव है, कि कार में आगे बैठे लोगों को कुछ नहीं हुआ और कार की पिछली सीट पर बैठे दोनों लोगों की मौत हो गई? वह भी तब जब कार के अंदर ज्यादा नुकसान नहीं पंहुचा है। बता दें, आधुनिक फीचर से लैस मर्सिडीज कार में सात एयरबैग होते है। पुलिस ने अपनी प्रारंभिक जांच के आधार पर दावा किया है, कि सड़क दुर्घटना के वक्त कार की आगे की सीट पर बैठी दोनों सवारियों ने तो सीट बेल्ट पहन रखी थी, लेकिन कार की पिछली सीट पर सवारियों ने सीट बेल्ट नहीं लगाईं थी।
पुलिस की जाँच के अनुसार, ऐसे में जब कार सड़क के डिवाइडर से टकराई, तो कार की पिछली सीट पर सायरस मिस्त्री और उनके मित्र जहांगीर पंडोले उछलकर आगे की तरफ आ गए होंगे और एयरबैग खुलने से पहले ही उनके सिर में गंभीर चोट लग गई होगी। जिसकी वजह से दोनों की मौत हो गई। पुलिस का ये भी कहना है, कि दुर्घटना के वक्त साइरस मिस्त्री की कार किसी अन्य वाहन को ओवरटेक कर रही थी और कार की गति भी तेज थी।
ऑटोमोबाइल सेक्टर के विशेषज्ञों के अनुसार, सामान्य तौर पर लोग महंगी गाड़ियों को पूरी तरह से सुरक्षित मानकर चलते है, हालाँकि ऐसा नहीं है। दुर्घटना दौरान महंगी गाड़ियां एक सीमा तक अंदर बैठी सवारियों को सुरक्षित कर सकती है, लेकिन ये तभी संभव है, जब आप यातायात के नियमो के अनुसार सड़क पर गाड़ी चलाये। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस मामले में कार में आगे बैठी दोनों सवारियों ने तो सीट बेल्ट लगाईं थी, जबकि पिछली सीट पर बैठे सायरस मिस्त्री और उनके मित्र ने सीट बेल्ट नहीं पहनी थी। इसके चलते कार की टक्कर के बाद एयरबैग को खुलने में वक्त लगा और उससे पहले ही पिछली सीट पर बैठी दोनों सवारियां फ्रंट सीट से टकरा चुके थे।
Those who sit in rear seats of car never realise the importance of wearing *Seat Belts.* Please see the above videos. They are eye-openers. Cyrus Mistry's untimely and tragic death in a car accident reveals that even Mercedes car also is not safe if you don't wear seat belts.. pic.twitter.com/Dxizb8C0Qo
— Vipul Patel (@patelvs05) September 5, 2022
उल्लेखनीय है, कि एयरबैग को खुलने में एक सेकंड से भी कम का वक्त लगता है, और एयरबैग 320 किलोमीटर/ घंटे की रफ्तार से खुलता है, जिससे कार सवार यात्रियों को सुरक्षा मिलती है। साधारण शब्दों में जैसे ही कार दुर्घटनाग्रस्त होती है, कार में लगे सेंसर सक्रिय हो जाते है और सेंसर एयरबैग को खोलने के लिए संकेत भेजते है। संकेत मिलते ही स्टीयरिंग के नीचे मौजूद इन्फ्लेटर सक्रिय हो जाता है। इस इन्फ्लेटर में सोडियम अजाइड गैस होती है, जो कि रासायनिक प्रक्रिया करके नाइट्रोजन गैस उत्पन्न करता है। जिसके बाद, एयरबैग नाइट्रोजन से भरकर फूल जाता है और खुलकर पैसेंजर के सामने आ जाता है, जिससे दुर्घटना के समय सवारियों को चोट नहीं लगती है।