राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सत्ता को चुनौती देने वाले उनके धुर विरोधी सचिन पायलट के बीच की खींचतान का असर दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में भी देखने को मिली। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के पार्टी दफ्तर पहुंचने पर पायलट समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की।
उल्लेखनीय है, कि राजस्थान कांग्रेस के भीतर राजनीतिक खींचतान जारी है। इस बीच सचिन पायलट के समर्थक शुक्रवार को नई दिल्ली में स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर जमा हुए। उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व से मांग रखते हुए कहा, कि सचिन पायलट को या तो पार्टी अध्यक्ष बनाया जाए, या फिर राजस्थान का मुख्यमंत्री नियुक्त किया जाए। इसी दौरान जैसे ही राज्य के सीएम अशोक गहलोत पार्टी दफ्तर पहुंचे, पायलट के पक्ष में उनके समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी।
#WATCH | Supporters of Rajasthan Congress leader Sachin Pilot gather at the AICC office, hailing their leader#Delhi pic.twitter.com/EehCuXzDvx
— ANI (@ANI) September 30, 2022
सचिन पायलट के समर्थकों का कहना है, कि ‘राहुल गांधी भी युवा है। भारत का भविष्य युवाओं के हाथों में है। जब तक किसी युवा को टॉप पोस्ट नहीं मिलेगी, तब तक कांग्रेस को पावर नहीं मिलेगी। सचिन पायलट जमीनी स्तर की समस्याओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के हालात के बारे में जानकारी रखते है। हम उन्हें पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने की मांग करते है।’
दरअसल, आज शुक्रवार (30 सितम्बर 2022) को कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में नामांकन का अंतिम दिन है। इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर ने नामांकन पर्चा दाखिल किया। इस मौके पर देश भर से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिल्ली पहुँचे है। राजस्थान के मख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट भी आए है। इस दौरान अकबर रोड स्थित पार्टी मुख्यालय में पायलट समर्थकों को जैसे ही गहलोत नजर आए, वे नारेबाजी करने लगे।
राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बाद सचिन पायलट ने बीते गुरुवार को सोनिया गांधी से भेंट की। उल्लेखनीय है, कि पिछले कई दिनों से मामले पर चुपी साधने वाले सचिन पायलट 10 जनपथ से जब निकले तो, उनके चेहरे पर मुस्कान थी। मीडिया से बातचीत के दौरान सचिन पायलट ने कहा, कि हमारी पहली प्राथमिकता राजस्थान है।
सचिन पायलट ने कहा, कि राजस्थान में जो भी घटनाक्रम हुआ उस पर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य नेताओं से विस्तार से चर्चा की गई है। मेरा फीडबैक और मेरी भावनाएं नेतृत्व को अवगत करा दी गई है। राजस्थान को लेकर जो भी फैसला लिया जाना है, वह कांग्रेस आलाकमान द्वारा किया जायेगा। राजस्थान में अगला सीएम कौन होगा, ये एक-दो दिन में तय हो जाएगा।