देवभूमि उत्तराखंड में स्थित केदारनाथ के निकट ग्लेशियर खिसकने की घटना सामने आई है। बता दें, शुक्रवार (1 अक्टूबर 2022) की सुबह 5.30 से छह बजे के बीच केदारनाथ मंदिर के पीछे छह से सात किलोमीटर की दूरी पर अचानक ही आंशिक हिम स्खलन हुआ। बताया जा रहा, कि ग्लेशियर खिसकने से केदारनाथ मंदिर को कोई हानि नहीं पहुंची है। हालाँकि सुरक्षा के मद्देनजर, जिलाधिकारी ने केदारननाथ में पुलिस बल और कर्मचारियों को सतर्क रहने के आदेश दिए है।
श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने मीडिया को जानकारी दी, कि हिमालय क्षेत्र में आज सुबह हिमस्खलन हुआ, लेकिन केदारनाथ मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ है। केदारनाथ मंदिर के पास बर्फ का पहाड़ खिसकने का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में नजर आ रहा है, कि बर्फ का पहाड़ से देखते ही देखते पूरी तरह ढह गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हिमस्खलन से मंदाकिनी एवं सरस्वती नदी के जलस्तर में कोई वृद्धि नहीं हुई। बाबा केदारनाथ के धाम में दूसरी बार हिमस्खलन देखने पर व्यापारियों और तीर्थयात्रियों में कुछ देर तक भय का माहौल बन गया था। राज्य सरकार के अनुसार, हिम स्खलन से फिलहाल कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन जिस प्रकार पंद्रह दिन के भीतर दो बार हिमस्खलन हुआ है, वह कुछ चिंताजनक है। इसे देखते हुए क्षेत्र में संभावित खतरों का आंकलन करना जरूरी है।
#UPDATE | Uttarakhand: No increase in water level of Mandakini & Saraswati rivers has been observed from the iceberg. As a precaution, teams of local administration, GMVN & SDRF are continuously monitoring the water level: Shri Badrinath-Kedarnath Temple Committee President https://t.co/8oX8mtKffr
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 1, 2022
उल्लेखनीय है, कि केदारनाथ धाम में पंद्रह दिन के भीतर दो बार हिमस्खलन की घटना ने राज्य सरकार को चिंता में डाल दिया है। केदारनाथ धाम के बेहद नजदीक हुई हिमस्खलन की घटना के मद्देनजर सरकार ने हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्र के सर्वेक्षण और जमीनी अध्ययन के लिए पांच सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी तत्काल केदारनाथ जाकर क्षेत्र संभावित खतरों का अध्ययन करेगी।
Uttarakhand Disaster Management Department has constituted a committee after two avalanches occurred behind Kedarnath Dham recently. The committee will submit a report regarding the same. pic.twitter.com/dbhdTkWQAD
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 1, 2022
जानकारी के लिए बता दें, केदारघाटी में बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। बीते 21 सितंबर को केदारनाथ हाइवे पर भूस्खलन हुआ था। हालांकि, गनीमत रही, कि उस स्थान से गुजर रहे वाहन पहाड़ी के मलबे की जद में नहीं आए। बारिश के कारण चारधाम यात्रा पर भी असर पड़ रहा है। बुधवार शाम केदारनाथ हाई-वे पर फाटा के निकट पहाड़ी से जोरदार भूस्खलन हो गया। एक साथ कई टन मलबा और बोल्डर पहाड़ी से सड़क पर गिरे।