उत्तराखंड स्थित उत्तरकाशी जनपद में बर्फ का तूफान ‘एवलांच’ से 04 ट्रेनी पर्वतारोहियों की मृत्यु हो गई है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना द्वारा राहत व बचाव कार्य जारी है। उत्तराखंड की धामी सरकार ने नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) के प्रशिक्षार्थियों के रेस्क्यू के लिए केंद्र सरकार से सहायता मांगी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बात की और हादसे के बारे में जानकारी दी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नेहरु पर्वतारोहण संस्थान (NIM) का डोकरानी बामक ग्लेश्यिर में बीते 22 सितंबर से बेसिक/एडवांस का प्रशिक्षण चल रहा था। बेसिक प्रशिक्षण में 97 प्रशिक्षार्थी, 24 प्रशिक्षक और निम के एक अधिकारी समेत कुल 122 लोग शामिल थे। इसके अलावा एडवांस कोर्स में 44 प्रशिक्षणार्थी व 9 प्रशिक्षक समेत कुल 53 लोग शमिल थे।
Uttarakhand | Nehru Institute of Mountaineering confirms death of four mountaineers in avalanche at Draupadi Ka Danda-II mountain peak.
Total of 41 people including 34 trainees and 7 mountaineering instructors were hit by an avalanche, as per NIM. pic.twitter.com/LUmUGslkqv
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 4, 2022
प्रशिक्षण के दौरान द्रौपदी का डांडा के पास बर्फ के तूफान हिमस्खलन की चपेट में आने से 29 प्रशिक्षणार्थी क्रेवास में फंस गए। द्रोपदी के डांडा में क्रेवास में फंसे आठ लोगों को निम ने रेस्क्यू कर निकाल दिया है, जबकि 21 लोग अभी क्रेवास में फंसे हैं। जिन्हें निकालने के लिए निम की तरफ से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।
इस घटना पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तत्काल संज्ञान लेते हुए इस संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से वार्ता की है। मुख्यमंत्री ने कहा, कि द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन होने के कारण नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी के 28 प्रशिक्षार्थियों के फंसे होने की सूचना प्राप्त हुई है।
मा. रक्षा मंत्री श्री @rajnathsingh जी से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद लेने हेतु अनुरोध किया है, जिसको लेकर उन्होंने हमें केंद्र सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है। सभी को सुरक्षित निकालने हेतु रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 4, 2022
रिपोर्ट के अनुसार, सुबह लगभग साढ़े नौ बजे राज्य आपदा कंट्रोल रूम को इस घटना की जानकारी मिली थी, जिसके बाद से राहत व बचाव का कार्य जारी है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीएम धामी को बचाव कार्य के लिए हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। निम के साथ ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आईटीबीपी के जवान भी राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए है।