द्रौपदी का डांडा (डीकेडी) चोटी पर हुए हिमस्खलन (एवलांच) की चपेट में आकर क्रेवास में दबे नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) के 29 प्रशिक्षु पर्वतारोहियों की खोज के लिए गुरुवार पुरे दिन बचाव अभियान चला। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ने गुरुवार को बताया, कि अभी भी 29 ट्रेनी पर्वतारोही हिमस्खलन में फंसे हुए है। संस्थान ने बताया, कि 9 पर्वतारोहियों के शव बरामद किये जा चुके है।
Uttarkashi avalanche disaster | A total of 9 bodies have been recovered, including four that were brought down on Oct 4 & 5 that were retrieved today. As many as 29 trainees are still stranded: Nehru Institute of Mountaineering pic.twitter.com/aFUeAcxK28
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 6, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बरामद लाशों में से चार लाशें मंगलवार और बुधवार को बरामद की गई थी। आईटीबीपी के पीआरओ ने जानकारी दी, कि हिमस्खलन से बरामद किये शव बेस कैंप पर रखे गए है। उन्होंने कहा, कि गुरुवार को शवों को नीचे लाए जाने की उम्मीद है। जानकारी के अनुसार, खराब मौसम के चलते शवों को नीचे लाने में कठिनाई हो रही है।
Uttarkashi avalanche | Advance helipad made at high altitude, helicopters out for rescue ops. Deadbodies are present at base, expecting to bring some of them down today. Measures being hampered due to bad weather conditions. Efforts to find those missing on: ITBP PRO Vivek Pandey pic.twitter.com/zAyrXuAgiU
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 6, 2022
राहत और बचाव के लिए एडवांस कैंप में आईटीबीपी के और जवानों को भेजा गया है। 16,000 फीट की ऊंचाई पर एक एडवांस हेलिकॉप्टर लैंडिंग ग्राउंड भी तैयार किया गया है। आज सुबह इस लैंडिंग ग्राउंड पर सफलतापूर्वक लैंडिंग भी कराई गई है। भारतीय वायु सेना द्वारा कई हेलीकॉप्टर बचाव के लिए भेजे जा चुके है।
IAF today resumed operations at the break of dawn to rescue mountaineers stuck in Uttarakhand avalanche. IAF, Army and HAWS team personnel have been inducted with specialised equipment to various locations for rescue operations: IAF's Central Air Command
(Video source: CAC, IAF) pic.twitter.com/uAushR7Rbs
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 6, 2022
वहीं बर्फ के तूफान में फंसे हुए ट्रेनी पर्वतारोही को बचाव टीम द्वारा बचाया जा रहा है। फंसे हुए लोगों की तलाशी राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल (HAWS) और जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग के विशेषज्ञों की एक टीम कर रही है।
जानकारी के अनुसार, पर्वतारोहियों की टीम में कुल 175 पर्वतारोही शामिल थे। बचाव टीम अभी भी 29 पर्वतारोहियों की तलाश कर रही है। 9 पर्वतारोहियों की लाशें बरामद की जा चुकी है। ग्रुप के सभी प्रशिक्षु व प्रशिक्षक हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे। घटना की जानकारी किसी तरह बेस कैंप तक पहुंचाई गई। यहां से रेस्क्यू के लिए तत्काल एक टीम रवाना हुई। बेस कैंप से घटनास्थल करीब 22 किमी दूर है, लेकिन दल ने मात्र पांच घंटे में यह दुर्गम यात्रा तय कर ली थी।