अंकिता हत्याकांड की जाँच कर रही एसआईटी को मर्डर केस के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य का वनंत्रा रिजॉर्ट पर्यटन नियमों के अंतर्गत पंजीकृत नहीं मिला। एसआईटी प्रभारी डीआईजी पी रेणुका देवी ने मीडिया को जानकारी दी, कि रिजॉर्ट उत्तराखंड पर्यटन नियमों के तहत पंजीकृत नहीं था और उसके पास फायर एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) भी नहीं था।
एसआईटी प्रभारी डीआईजी पी रेणुका देवी ने कहा, कि मामले में आवश्यक कार्रवाई करने के लिए संबंधित प्राधिकरण को पत्र लिखा गया है। हमें कुछ एफएसएल रिपोर्ट मिली है, और कुछ अभी शेष है। उन्होंने कहा, कि हमने अदालत को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ट्रायल के लिए भी लिखा था। इस मामले में हमारी जांच चल रही है।
It was also found that resort (Vanatara) didn't have a NOC (No Objection Certificate) either…We also wrote to the court for trial in a fast-track court. Our investigation is going on. We've received some FSL reports & some more are yet to come: DIG P Renuka Devi, SIT in-charge pic.twitter.com/AvBwsd7ZtQ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 14, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अंकिता मर्डर केस में एसआईटी चार्जशीट दाखिल करने के नजदीक पहुंच गई है। एसआईटी को चार सैंपल की प्राथमिक फोरेंसिक रिपोर्ट भी प्राप्त हो चुकी है। हालांकि, अभी विसरा और डीएनए रिपोर्ट आना शेष है। एसआईटी ने इस मामले में करीब 30 गवाह बनाए है। इन्हें लेकर एसआईटी 10 दिन के अंदर आरोप पत्र दाखिल कर सकती है।
उल्लेखनीय है, कि ऋषिकेश स्थित राजस्व क्षेत्र से 18 सितंबर को गुमशुदा हुई पौड़ी की अंकिता भंडारी की हत्या का खुलासा उत्तराखंड पुलिस ने बीती 22 सितंबर को किया था। जाँच के दौरान पता चला था, कि रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्या और उसके स्टाफ ने नहर में धक्का देकर अंकिता की हत्या कर दी थी। इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर एवं पुलिस के मुख्य प्रवक्ता वी मुरुगेशन के अनुसार, कि एसआईटी की जांच तकरीबन पूरी हो चुकी है। विभिन्न सैंपल मौके-ए- वारदात से एकत्रित कर स्थानीय और केंद्रीय फोरेंसिक लैब भेजा गया था। डीजीपी उत्तराखंड के माध्यम से केंद्रीय फोरेंसिक लैब से भी जल्द से जल्द बाकी रिपोर्ट उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है।