आयरन मैन ऑफ इंडिया यानी सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में प्रतिवर्ष 31 अक्टूबर को मनाया जाता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय एकता दिवस पर राज्यवासियों को शुभकामनाएं दी है। वहीं विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूड़ी भूषण ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर प्रदेशवासियों को बधाई दी।
राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर सोमवार (31 अक्टूबर 2022) को चंपावत बनबसा मिनी स्टेडियम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एकता दौड़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के साथ ही दौड़ में भी हिस्सा लिया। इस दौरान सभी उपस्थित लोगों को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ भी दिलाई गई।
#WATCH | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami flags off and participates in #RunForUnity in Banbasa, Champawat on the occasion of the birth anniversary of #SardarVallabhbhaiPatel #NationalUnityDay pic.twitter.com/mLeIcaBubZ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 31, 2022
सीएम धामी ने इस अवसर पर कहा, कि आजादी का अमृतकाल सरदार पटेल के सपनों के भारत के नवनिर्माण का है। देश की एकता और अखंडता की रक्षा में उनका योगदान सदैव याद रखा जाएगा। उनकी जयंती पर “एक भारत श्रेष्ठ भारत” में स्वयं को समर्पित करने का संकल्प लेना होगा।
मुख्यमंत्री धामी ने राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर कहा, कि दृढ़संकल्प शक्ति की वजह से सरदार पटेल देश-विदेश में लौह पुरुष के नाम से लोकप्रिय थे। स्वतंत्रता के बाद 550 से अधिक देशी रियासतों को भारत संघ में शामिल करने में उन्होंने ऐतिहासिक भूमिका निभाई थी। राष्ट्रीय एकता के लिए उनके इस योगदान को सदैव याद रखा जाएगा।
इस दौरान सभी उपस्थित लोगों को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ भी दिलाई।#NationalUnityDay pic.twitter.com/Z3tYfjwNkG
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 31, 2022
सीएम धामी ने कहा, कि सरदार पटेल ने राष्ट्रीय एकता में अहम भूमिका निभाई और वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प के साथ आगे प्रगति कर रहा है। सीएम धामी ने कहा, कि 2025 तक राज्य को नशा मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सभी को दृढ़ संकल्प लेना होगा। इसके साथ ही अन्य सभी को भी नशा मुक्ति के प्रति जागरूक करना होगा।
बता दें, बीते रविवार को भी राजधानी देहरादून में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में मैराथन का आयोजन किया गया था। इस मैराथन दौड़ में देश-विदेश के लगभग 15 हजार एथलीटों ने भाग लिया।