मंगलवार (29 नवंबर 2022) को विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शाम चार बजे वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने 4867 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट सदन के पटल पर रखा। वहीं विधानसभा सत्र की कार्यवाही आरंभ होते ही कांग्रेसी विधायकों ने कानून व्यवस्था पर नियम 310 के तहत चर्चा की मांग उठाई। अपनी इस मांग को लेकर कांग्रेस के कुछ विधायक सदन के परिसर में धरने पर बैठ गए।
Uttarakhand | Chief Minister Pushkar Singh Dhami and state Finance Minister Premchand Aggarwal present the supplementary budget in the Legislative Assembly. pic.twitter.com/0hDqjwWJ5G
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 29, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विधानसभा की कार्यवाही के दौरान हल्द्वानी से कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश के सवाल को स्थगित किये जाने पर विपक्षी दलों के विधायक नाराज हो गए। सुमित हृदयेश ने रिंग रोड बनाये जाने की मुख्यमंत्री की घोषणा को लेकर सवाल उठाया था। इस सवाल के जवाब में सत्ता पक्ष ने कहा, कि रिंग रोड का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के तहत किया जा रहा है।
प्रतापनगर के विधायक विक्रम सिंह नेगी ने सदन में टिहरी झील में फैली गंदगी को साफ किये जाने को लेकर सवाल पूछा था। इस सवाल पर सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने सदन को जानकारी दी, कि टिहरी झील में फैली गंदगी को साफ करने के लिए नई व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा, कि बरसात के सीजन में जानवरों की लाश, लकड़ी, कूड़ा-करकट हटाये जाने के लिए नई व्यवस्था बनाई जा रही है।
वहीं कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने सदन की कार्यवाही के दौरान विशेषाधिकार हनन का मुद्दा उठाया। प्रीतम सिंह ने कहा, कि विधायकों के विशेषाधिकार हनन को लेकर सरकार गम्भीर नहीं है। यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल ने वन प्रभागों में दैनिक मजदूरी करने वाले श्रमिकों का मामला भी सदन में उठाया। उन्होंने कहा, कि वर्षों से न्यूनतम मानदेय पर कार्य कर रहे इन श्रमिकों को नियमित किया जाए।
धनौल्टी से विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी बोली को लेकर धामी सरकार से सवाल पूछा, कि इन स्थानीय बोलियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा क्या कदम उठाये जा रहे है। वहीं कांग्रेस विधायक अनुपमा रावत ने राजाजी रिजर्व पार्क में गुज्जरों के पशुओं को चुगान और लोपिंग के परमिट का मामला उठाते हुए कहा, कि हरिद्वार ग्रामीण में काफी संख्या में वन गुज्जर लोग रहते हैं, जिनको पशु चुनाग के परमिट नहीं दिए गए है।
उल्लेखनीय है, कि अपने सियासी कौशल का परिचय देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शीतकालीन विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य से उनके कक्ष में जाकर मुलाकात की। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष के कक्ष में विपक्ष के विधायक भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री धामी ने लगभग 15 मिनट तक विपक्षी विधायकों से बातचीत की, और कक्ष से बाहर निकलते समय भी नेता प्रतिपक्ष से कुछ देर और बातचीत की।