अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे सीमांत क्षेत्र औली में चीन सीमा के निकट भारत और अमेरिका की सेना का संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण युद्धाभ्यास शुरू हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों राष्ट्र आगामी 15 दिनों तक साझा सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेंगे। मंगलवार (29 नवंबर 2022) को भारतीय सेना के जवानों ने औली में संयुक्त प्रशिक्षण युद्ध अभ्यास के दौरान निहत्थे युद्ध कौशल का प्रदर्शन किया।
#WATCH | Display of unarmed combat skills by Indian Army soldiers during the Exercise Yuddh Abhyas going on in Auli, Uttarakhand pic.twitter.com/oabHfKttnX
— ANI (@ANI) November 29, 2022
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट्स के अनुसार, संयुक्त प्रशिक्षण युद्ध अभ्यास के लिए जवान एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर से औली पहुंचे। रिपोर्ट्स के अनुसार, सेना उच्च हिमालयी क्षेत्र में हेली-बॉर्न ऑपरेशन को अंजाम देगी। युद्धाभ्यास में प्रदर्शित ड्रोन का सामना करने के लिए भारतीय सेना द्वारा एक ट्रेंड पतंग का प्रदर्शन किया गया।
#WATCH | The Indian and US armies board the Russian-origin Mi-17V5 helicopter in Auli, Uttarakhand for the exercise Yuddh Abhyas less than 100 km from the China border. The troops will carry out Heli borne operations in the high-altitude area pic.twitter.com/8SY0iOrOCr
— ANI (@ANI) November 29, 2022
उल्लेखनीय है, कि यह संयुक्त प्रशिक्षण युद्ध अभ्यास 1962 के भारत-चीन युद्ध की समाप्ति की 60वीं वर्षगांठ से कुछ दिन पहले शुरू हुआ है। यह संयुक्त सैन्य अभ्यास चीन के साथ लगती भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक हो रहा है। यह सैन्य अभ्यास भारत और अमेरिका के बीच सर्वोत्तम सैन्य परंपराओं, रणनीति और तकनीकों का आदान-प्रदान करने के लिए हर साल आयोजित किया जाता है।
संयुक्त सैन्य युद्ध अभ्यास का पिछला संस्करण अक्टूबर 2021 में संयुक्त बेस एल्मडॉर्फ रिचर्डसन, अलास्का में आयोजित किया गया था। उल्लेखनीय है, कि इस साल की शुरुआत में चीन ने संयुक्त अभ्यास का जमकर विरोध करते हुए, इसे “द्विपक्षीय सीमा के मुद्दे में हस्तक्षेप और नई दिल्ली और बीजिंग के बीच समझौतों का उल्लंघन बताया था, कि एलएसी के पास कोई सैन्य अभ्यास नहीं होगा।”