उत्तर प्रदेश के बदायूं से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, चूहे को मारने के आरोप में एक शख्स ने कानून के भय से बीते शुक्रवार (2 दिसंबर 2022) को सीजेएम नवनीत कुमार भारती की अदालत में समर्पण कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार को लगभग चार घंटे तक हिरासत में रखने के बाद मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने उसे जमानत पर रिहा कर दिया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, बीती 25 नवंबर को बदायूं स्थित पनबड़िया मोहल्ला निवासी मनोज कुमार जो मिट्टी के बर्तन बनाने का कार्य करता है, उसने अपने घर में चूहे पकड़े। इसके बाद वह खेल-खेल में बच्चों के साथ चूहे को पत्थर से बांधकर नाले में बार-बार डुबो रहा था। इसी दौरान वहां से गुजर रहे पशु प्रेमी विकेंद्र शर्मा ने इस हरकत पर मनोज को टोका, तो दोनों में बहस शुरू हो गई।
इसके बाद पशु प्रेमी विकेंद्र शर्मा ने चूहे को नाले से निकाल लिया था, लेकिन कुछ देर बाद चूहे की मौत हो गई। इस संबंध में विकेंद्र शर्मा ने मनोज के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कराई थी। मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने चूहे के शव का बरेली स्थित भारतीय पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान में पोस्टमार्टम कराया था।
बीते गुरुवार को चूहे के कत्ल के मामले में उस वक्त नया मोड़ आ गया, जब आईवीआरआई में हुए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ, कि चूहे की मौत नाली में डुबोने से नहीं हुई थी, बल्कि चूहे के फेफड़े बेहद खराब हो चुके थे, जिस वजह से दम घुटने से उसकी मौत हुई। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस को तय करना है, कि वो इस मामले में आगे क्या विधिक कार्यवाही करती है।
मनोज के अनुसार, उसके परिजन चूहे की हत्या पर मुकदमा दर्ज होने के बाद इस बात से बेहद परेशान थे, पुलिस कभी घर में गिरफ्तारी के लिए दबिश दे सकती है। इसलिए उसने शुक्रवार की सुबह एक अधिवक्ता के माध्यम से सीजेएम की कोर्ट में स्वयं को सरेंडर कर दिया था।