उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) पेपर लीक धांधली में एसटीएफ ने मंगलवार (6 दिसंबर 2022) को 43वीं गिरफ्तारी की है। मामले की जाँच कर रही एसटीएफ ने सहारनपुर के पशुधन प्रसार अधिकारी को हिरासत में लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपी ने लगभग 15 अभ्यर्थियों को धामपुर में बने एक सेंटर में पेपर हल कराया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पेपर लीक घोटालें के मुख्य आरोपित हाकम सिंह के गुर्गे पशुधन प्रसार अधिकारी मनोज कुमार चौहान का नाम भी जांच के दौरान सामने आया था। आरोपित मनोज ने स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के लिए प्रत्येक अभ्यर्थी से 15-15 लाख रुपये वसूले थे।
UKSSSC पेपर लीक मामले में #UttarakhandPolice STF ने अभियुक्त केंद्रपाल के सहयोगी मनोज कुमार चैहान (पशुधन प्रसार अधिकारी) को सहारनपुर, उ.प्र. से किया गिरफ्तार। यह इस प्रकरण में 43वीं गिरफ्तारी है। #UKPoliceFightsCrime#ApraadhParPrahaar @ANINewsUP pic.twitter.com/eBvjc4fUxc
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) December 6, 2022
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने मीडिया को जानकारी दी, कि स्नातक स्तरीय परीक्षा की जांच में बहुत से नए साक्ष्य भी सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में सहारनपुर के एक पशुधन प्रसार अधिकारी मनोज कुमार चौहान को पकड़ने के लिए एसटीएफ ने जाल बिछाया था। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया, कि वह हाकम सिंह के मित्र केंद्रपाल का साथी है।
आरोपित ने बताया, कि उसने इंजीनियर ललित मोहन शर्मा के मकान में 15 अभ्यर्थियों को पेपर हल कराया था। आरोपी ऊधमसिंह नगर के जसपुर क्षेत्र के गांव कासमपुर का रहने वाला है। पुलिस द्वारा आरोपित मनोज को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
एसटीएफ एसएसपी ने जानकारी दी, कि आरोपित मनोज ने जिन अभ्यर्थियों से 15-15 लाख रुपये लिए थे, उनमें से वह पांच-पांच लाख रुपये स्वयं रख लेता था। ऐसे में उसने लगभग 70 से 75 लाख रुपये कमाए है। पुलिस आरोपित की चल-अचंल संपत्तियों की भी जांच कर रही है। इसके अलावा अभ्यर्थियों से भी पूछताछ की जा रही है, कि वह मनोज के संपर्क में किसके जरिये से जुड़े थे।
उल्लेखनीय है, पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपी मनोज को बतौर पशुधन अधिकारी वर्ष 2019 में नौकरी मिली थी। मामले की जाँच कर रही एजेंसियों को शक है, कि आरोपित मनोज ने उत्तर प्रदेश सरकार की इस नौकरी को पाने के लिए भी धांधली की है। ऐसे में सहारनपुर में उसके विभाग से भी जानकारी एकत्रित कर यूपी सरकार को सूचित किया जाएगा।