फीफा वर्ल्ड कप 2022 के रोमांचक खिताबी मुकाबले में अर्जेंटीना ने पेनाल्टी शूटआउट में गत चैंपियन फ्रांस को हरा दिया है। कप्तान लियोन मेसी ने अपने आखिरी वर्ल्ड कप में अर्जेंटीना को 36 साल बाद विश्व कप का खिताब दिलाने में सफलता हासिल की है। लेकिन फाइनल मैच में अर्जेंटीना से मिली हार को फ्रांस के प्रशंसक पचा नहीं पाए, और उन्होंने देश के कोने- कोने में तोड़फोड़, आगजनी और हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया के अनुसार, फीफा वर्ल्ड कप का फाइनल मुकाबला हारने के बाद फ्रांस में स्थितियां इतनी बेकाबू हो गई थी, कि पुलिस को आँसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े। रिपोर्ट्स के अनुसार, फाइनल मुकाबले को फ्रांस के विभिन्न शहरों में बड़ी स्क्रीन पर दिखाया जा रहा था। सड़को पर लगाई गई इन स्क्रीन पर फ्रांस और अर्जेंटीना का खिताबी मुकाबला देखने के लिए हजारों लोग इकट्ठा हो गए, लेकिन जैसे ही अर्जेंटीना ने पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से फीफा वर्ल्ड कप खिताब जीता, वैसे ही फ्रांस टीम के प्रशंसक बेकाबू हो गए।
WATCH: #BNNFrance Reports
Following #France's defeat in the #WorldCup final to #Argentina, police began using tear gas to disperse and detain fans on the #ChampsElysees in #Paris.#Qatar2022 #FIFAWorldCup2022 #FIFAWorldCup #ArgentinaVsFrance #WorldCup2022 #Qatar #Mbappe pic.twitter.com/EUb6J1zAIy
— Gurbaksh Singh Chahal (@gchahal) December 18, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फ्रांस के अलग-अलग शहरों से हिंसक घटनाओं की खबरें सामने आईं है। सोशल मीडिया पर एक हिंसक घटना का वीडियो सामने आया है, जिसमें सड़क पर एक महिला की कार रोककर कुछ उपद्रवीयों ने गाड़ी को घेरकर पलटने का प्रयास किया, इस दौरान गाड़ी पर पथराव भी किया गया।
Argentina beat France
Outcome irrelevant
It was inevitable that ethnic minority gangs would riot
Bordeaux, Nice, Grenoble, Paris, Lyon
Where a BAME gang attacked a car driven by a woman.Reality of mass immigration, Islamisation & population replacement, is insecurity, violence. pic.twitter.com/CBVKXd7rZW
— Edward Hobden (@EdwardHobden) December 18, 2022
अंतरराष्ट्रीय खबरों के अनुसार, पेरिस और लॉयन जैसे शहरों में उत्पातियों ने वाहनों में आगजनी भी की। उपद्रवियों को रोकने के लिए वहाँ बड़ी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया है। बताया जा रहा है, कि पुलिस ने हिंसा के मामले में दर्जनों आरोपितों को हिरासत में लिया है।
उल्लेखनीय है, कि फीफा विश्व कप के सेमीफाइनल में फ्रांस ने जब मोरक्को पर 2 – 0 से जीत दर्ज की थी, उस वक्त मोरक्को टीम के समर्थकों ने फ्रांस की सड़कों पर जमकर उत्पात मचाया था। इस हिंसक घटना में एक 14 साल के किशोर की मौत भी हो गई थी और कई शहरों में तोड़फोड़ और आगजनी की हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया गया था।