वैश्विक आतंकवाद के प्रायोजक मुल्क पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर की गई बेहद अपमानजनक और अभद्र टिप्पणी को लेकर हरिद्वार के अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने बिलावल को कानूनी को नोटिस भेजा है। अधिवक्ता ने 15 दिन के भीतर नोटिस का जवाब ना दिए जाने पर बिलावल भुट्टो के खिलाफ भारत के सक्षम न्यायालय और अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी भी दी है।
अमर उजाला की रिपोर्ट्स के अनुसार, कनखल के जगजीतपुर निवासी अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने बताया, कि बिलावल भुट्टो की ओर से दिए गए इस आपत्तिजनक बयान से भारतीय जनता में आक्रोश है। भदौरिया द्वारा भेजे गए क़ानूनी नोटिस में कहा है, कि भारत ने कभी भी पाकिस्तान के किसी प्रधानमंत्री अथवा मंत्री को अपशब्द नहीं कह गए है, लेकिन पाकिस्तान सदैव भारत के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मनगढ़ंत आरोप लगाता रहा है।
बता दें, बिलावल भुट्टो की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में पिछले दिनों उत्तराखंड में भाजपा कार्यकर्त्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था। राज्य के विभिन्न स्थानों पर पाकिस्तान के साथ बिलावल भुट्टो का पुतले भी जलाये गए थे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी बिलावल भुट्टो के पीएम मोदी पर दिए गए अभद्र बयान को राष्ट्र का अपमान बताया था। सीएम धामी ने कहा था, कि मैं बिलावल भुट्टो जैसे लोगों का नाम नहीं लेना चाहता। चाहे जुल्फिकार और बेनजीर भुट्टो हो या अब बिलावल भुट्टो हों ये उसी वंशवाद की परंपरा को आगे बढ़ा रहे है।
सीएम धामी ने कहा था, कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मात्र भारत के ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता है। बिलावल भुट्टो का इस प्रकार का बयान हमारे राष्ट्र के लोगों का अपमान है। उन्होंने कहा, कि पाकिस्तान की आर्थिक हालत पस्त है। पाकिस्तान जिस प्रकार से बदहाली की कगार पर पहुंच गया है, उससे कहीं न कहीं ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है।