सिक्किम में शुक्रवार को एक भीषण सड़क दुर्घटना में सेना के 16 जवानों वीरगति को प्राप्त हो गए, जबकि चार जवान घायल बताये जा रहे है। उत्तरी सिक्किम के जेमा में यह सड़क हादसा उस वक्त हुआ, जब आर्मी का ट्रक बेहद खतरनाक मोड़ पर खड़ी ढलान से नीचे फिसल गया। सड़क दुर्घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
16 Army personnel have lost their lives, four injured in a road accident involving an Army truck at Zema, North Sikkim. The accident happened when the vehicle skidded down a steep slope while negotiating a sharp turn: Indian Army pic.twitter.com/qkulDm99Gp
— ANI (@ANI) December 23, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सेना के वीर जवानों के बलिदान पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएँ। घायल जवान जल्द स्वस्थ हो।” हादसे के तुरंत बाद बचाव कार्य शुरू किया गया।
Pained by the loss of lives of our brave army personnel due to a road mishap in Sikkim. Condolences to the bereaved families. May the injured recover soon: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 23, 2022
हादसे की सूचना मिलने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुख व्यक्त करते हुए अपने ट्विटर संदेश में लिखा, “उत्तरी सिक्किम में एक सड़क हादसे के कारण भारतीय सेना के जवानों के बलिदान होने का गहरा दुख हुआ। देश उनकी सेवा और प्रतिबद्धता के लिए हमेशा आभारी रहेगा। जवानों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएँ। दुर्घटना में जो लोग घायल हुए है, उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।”
Deeply pained by the loss of lives of the Indian Army personnel due to a road accident in North Sikkim.
The nation is deeply grateful for their service and commitment. My condolences to the bereaved families. Praying for the speedy recovery of those who are injured.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 23, 2022
रिपोर्ट्स के अनुसार, सेना के वाहन में 20 जवान सवार थे। ये वाहन सीमा चौकियों की तरफ जा रहा था। जेमा 3 इलाके में एक खड़ी ढलान पर तीव्र मोड़ को पार करते समय जवानों से भरा ट्रक सड़क से फिसलकर सैकड़ों फीट नीचे गहरी खाई में गिर गया। सभी घायलों को उत्तरी बंगाल के एक सैन्य अस्पताल में हवाई मार्ग द्वारा ले जाया गया। बलिदान होने वालों में तीन जूनियर कमिशन ऑफिसर (JSO) और 13 जवान शामिल है।