जनपद उत्तरकाशी स्थित पुरोला में स्थानीय ग्रामीणों ने एक संस्था पर धर्मांतरण का आरोप लगाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीते शुक्रवार (23 दिसंबर 2022) को एक निर्माणाधीन भवन में पादरी लजारस कॉर्नलुईस और उनकी पत्नी सुषमा कॉर्नलुईस समेत कुछ स्थानीय और नेपाल के 12 नागरिकों की मौजूदगी में एक कार्यक्रम आयोजित कर रहे थे। कार्यक्रम की खबर मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों ने धर्म परिवर्तन का आरोप लगाते हुए अपना विरोध दर्ज करवाया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, नेपाली मूल के एक शख्स के घर पर यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था। इस दौरान हिंदू संगठन के कार्यकर्त्ता वहाँ पहुँच गए। हिंदू संगठन कार्यक्रम के आयोजकों पर अवैध धर्मांतरण गतिविधियां का आरोप लगते हुए शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन इस दौरान कार्यक्रम के आयोजक भी विरोध कर रहे लोगों से बहस करने लगे। बहस के दौरान दोनों पक्षों में हाथापाई की भी सूचना है।
उत्तरकाशी के पुरोला में बड़े स्तर पर सामूहिक धर्मान्तर की खबर-
स्थानीय लोगो के घर में मिली दूसरे धर्म की कई धार्मिक किताबे और पुस्तकें, BJP और कई हिन्दू संगठनों ने निकला विशाल आक्रोश मार्च #Uttarakhand pic.twitter.com/lCccPBVU2g
— Pyara Uttarakhand (@PyaraUKofficial) December 24, 2022
विरोध कर रहे हिंदू संगठन के कार्यकर्त्ताओं ने प्रशासन से कार्यक्रम में मौजूद लोगों की धर्म परिवर्तन के एंगल से जाँच करने की माँग की है। दावा किया जा रहा है, कि कार्यक्रम स्थल से ईसाई साहित्य भी बरामद हुआ है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
विरोध में शामिल एक स्थानीय विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ता ने आरोप लगाया है, कि धर्मांतरण करवाने वाले ईसाई मिशनरी के लोग थे। कार्यकर्ता के मुताबिक विरोध करने पर एक ईसाई महिला ने गाँव की महिलाओं को डंडे से पीटा है, जिस से एक युवती घायल हुई है। एसडीएम पुरोला जितेंद्र कुमार ने घटना पर बयान जारी करते हुए कहा, कि प्रशासन को धर्मांतरण और मारपीट की शिकायत मिली है, मामले की जाँच करवाई जा रही है।