मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीते बुधवार (11 जनवरी 2023) को आपदाग्रस्त जोशीमठ शहर में रात्रि प्रवास कर प्रभावितो को संदेश दिया, कि सरकार उनके साथ मुस्तैदी के साथ खड़ी है। सीएम धामी ने आपदा प्रभावितो के बीच पहुंचकर कहा, कि वे जोशीमठ की एक-एक क्षण की रिपोर्ट ले रहे है। उन्होंने कहा, कि आज मेरी पहली चिंता केवल जोशीमठ है, सभी भवनों को तोड़ना उद्देश्य नहीं है। पुनर्वास और मुआवजे के लिए कमेटी गठित कर दी गई है।
उल्लेखनीय है, कि बीते बुधवार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रस्तावित सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर जोशीमठ पहुंचे। जोशीमठ पहुंच कर सीएम धामी ने सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम से राहत कार्यो और भूधंसाव से पैदा हुए हालातों के विषय में विस्तृत जानकारी ली। इसके बाद मुख्यमंत्री धामी हैलीपैड से सीधे आपदा प्रभावितो के बीच पहुंचे और उनसे मुलाकात की।
मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami ने आज जोशीमठ पहुंचकर भू-धंसाव से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम से राहत एवं भू-धंसाव से उत्पन्न स्थिति की अद्यतन जानकारी भी प्राप्त की। pic.twitter.com/5iJAdTjepe
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) January 11, 2023
मुख्यमंत्री धामी ने मारवाड़ी स्थित जेपी कालोनी के निकट हो रहे जल रिसाव वाले क्षेत्र का जायजा भी लिया। इसके बाद सीएम धामी ने रात में राहत शिविरों का भी निरीक्षण किया और आपदा प्रभावितों से मुलाक़ात कर उनका हालचाल जाना। सीएम धामी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, कि संकट की इस घड़ी में उन्हें जोशीमठ के आपदा प्रभावितों के साथ रहना चाहिए। इसी के मद्देनजर वे जोशीमठ पहुंचे है।
मुख्यमंत्री धामी ने उम्मीद जताते हुए कहा, कि भूधंसाव से जोशीमठ को जितना नुकसान पहुंचना था, वह पहुंच चुका है, और आगे सब ठीक हो जायेगा। सीएम धामी ने कहा, कि आने वाले समय में औली में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के शीतकालीन खेलों का आयोजन होना है। वहीं कुछ समय बाद चारधाम यात्रा भी शुरू होने वाली है। ऐसे में ऐसा वातावरण ना बनाया जाए, कि सम्पूर्ण उत्तराखंड खतरे की जद में आ गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि प्रभावित क्षेत्र में जिन भवनों में दरार आई है, उन्हें ध्वस्त करने की अफवाह फैलाई जा रही है, सीएम धामी ने क्षेत्रवासियो से इन अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील की। उन्होंने कहा, कि किसी के भी घर को तोड़ने का ना निर्णय लिया गया है, और ना ही भविष्य में ऐसा कोई कदम उठाया जायेगा। सीएम धामी ने कहा, कि उत्तराखंड का तेजी से विकास हो रहा है। हमारा प्रयास है, कि आर्थिकी व पारिस्थितिक दोनों में संतुलन बनाकर विकास कार्यो को सुनियोजित तरीके से आगे बढ़ाया जाए।
गौरतलब है, कि उत्तराखंड सरकार ने जोशीमठ के जिन 723 घरों में दरारें आई हैं, उन भवन स्वामियों को फिलहाल 1.5 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। दरअसल ये धनराशि तत्काल सहायता के रूप में दी जा रही है। एक लाख रुपया अग्रिम मुआवजा और 50,000 रुपए शिफ्ट होने के लिए दिए जा रहे है। आपदा प्रभावितों को आने वाले समय सटीक आंकलन के बाद और मुआवजा दिया जाएगा।