गुजरात दंगो पर बीबीसी की कथित डाक्यूमेंट्री ‘ इंडिया : द मोदी क्ववेन्शन’ (India: The Modi Question) को भारत ने औपनिवेशिक मानसिकता से प्रेरित ओर गुमराह करने वाला बताया है। साल 2002 के गुजरात दंगों पर बनी बीबीसी की डॉक्युमेंट्री का मामला ब्रिटिश संसद में भी उठा। हालाँकि, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने डाक्यूमेंट्री के तथ्यों को सिरे ख़ारिज करते हुए कहा, कि डाक्यूमेंट्री में किये गए माननीय मोदी के चरित्र चित्रण से वे सहमत नहीं है।
उल्लेखनीय है, कि पाकिस्तान मूल के ब्रिटिश सांसद इमरान हुसैन ने ब्रिटैन की संसद में गुजरात दंगे का मुद्दा उठाया। बता दें, कि साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन की बोगी में आग लगाकर 59 निर्दोष हिंदुओं को जिंदा जलाकर मारने के बाद गुजरात के गोधरा सहित अन्य स्थानों पर दंगे भड़क गए थे। उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी थे। वामपंथी विचारधारा से प्रेरित विदेशी मीडिया हाउस और इस्लामवादी इस दंगे का आरोप पीएम मोदी पर मढ़ने का निरंतर प्रयास करते रहते है।
UK Government PM Rishi Sunak Criticizes BBC Report:
UK PM Rishi Sunak dismisses Pakistani-origin Imran Hussain, a British MP, appearing in the House in connection with an allegation against PM Modi, which was conducted by BBC. pic.twitter.com/Uu3O72g1tU
— 𝐊𝐚𝐩𝐢𝐥 𝐊𝐮𝐦𝐚𝐫 (@kapilkumaron) January 19, 2023
अपने इसी प्रोपेगेंडा को भुनाने के लिए ब्रिटेन की मीडिया एजेंसी बीबीसी ने एक डाक्यूमेंट्री का निर्माण किया है। इस कथित डाक्यूमेंट्री में बीबीसी ने दंगों का दोष वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मढ़ने का एक बार फिर प्रयास किया है। साथ ही भारतीय प्रधानमंत्री की छवि को इस्लाम विरोधी भी दर्शाने की कोशिश भी की है। बीबीसी ने मोदी सरकार मुस्लिमों के प्रति रवैये, कथित विवादित नीतियाँ, कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने और नागरिकता कानून को लेकर भी सवाल उठाए गए है।
ब्रिटेन की संसद में पाकिस्तान मूल के सांसद इमरान हुसैन ने कहा, “वह (पीएम नरेंद्र मोदी) इस हिंसा (गुजरात दंगों) के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार थे। यह देखते हुए, कि सैकड़ों लोगों को क्रूरता से मार दिया गया था और यहाँ ब्रिटेन सहित भारत और दुनिया भर के परिवार अभी भी न्याय के बिना है। क्या प्रधानमंत्री (यूके पीएम) विदेश कार्यालय में अपने राजनयिकों से सहमत हैं कि मोदी सीधे तौर पर जिम्मेदार थे और क्या विदेश कार्यालय को जातीय संहार के इस गंभीर कार्य में उनकी संलिप्तता के बारे में पता है?”
इस सवाल के जवाब पर प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा, कि यूनाइटेड किंगडम की सरकार की लंबे वक्त से चली आ रही स्थिति स्पष्ट है और वह बदली नहीं है। ऋषि सुनक ने आगे कहा, “निश्चित रूप से हम किसी भी प्रकार के उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं करते हैं, चाहे यह कहीं भी हो। लेकिन, मैं उस चरित्र-चित्रण से बिल्कुल सहमत नहीं हूँ, जो भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दर्शाया गया है।”
ब्रिटेन के हाउस ऑफ लॉर्ड के सदस्य लॉर्ड रामी रेंजर ने बुधवार (18 जनवरी 2023) को ट्वीट कर बीबीसी को निशाना साधते हुए ने अपने ट्वीट में लिखा, “बीबीसी न्यूज, आपने भारत के करोड़ों लोगों की भावनाओं को आहत किया है और लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित भारत के प्रधानमंत्री को अपमानित करने के साथ-साथ भारतीय पुलिस और भारतीय न्यायपालिका का भी अपमान किया है। हम दंगों और लोगों की मौत की निंदा करते है, लेकिन आपकी पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग की भी निंदा करते हैं।”
इस प्रोपेगेंडा डॉक्यूमेंट्री पर भारत के विदेश मंत्रालय ने भी कड़ा संज्ञान लेते हुए तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हमें लगता है कि यह डॉक्यूमेंट्री एक प्रोपोगेंडा का हिस्सा है। इसकी कोई सत्यता नहीं है। इस पक्षपातपूर्ण सीरीज को भारत में प्रदर्शित नहीं किया गया है।” विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बुधवार (18 जनवरी 2023) को कहा, कि यह डॉक्यूमेंट्री उन एजेंसी और व्यक्तियों का प्रतिबिंब है, जो इस कहानी को फिर से फैला रहे है, जो इस कोशिश के पीछे के एजेंडे के बारे में सोचने के लिए मजबूर करता है।