उत्तराखंड पुलिस द्वारा गैंगस्टर एक्ट से संबंधित 38 अपराधियों की ओर से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहते हुए अवैध रूप से अर्जित की गई लगभग 38 करोड़ 13 लाख की संपत्ति चिन्हित कर अधिग्रहण के लिए जिलाधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी गई है। एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने मीडिया को जानकारी दी, कि यह अभियान एक माह के लिए और बढ़ाया गया है।
श्री @AshokKumar_IPS, DGP Sir के निर्देशन में दो माह तक चलाए गए विशेष अभियान में:
▪️791 वांछित अपराधी (264 इनामी) गिरफ्तार कर भेजे जेल
▪️60 अपराधियों की कुर्की
▪️38 अपराधियों की अवैध सम्पत्ति चिन्हित
▪️215 अपराधियों की अवैध सम्पत्ति चिन्हीकरण करने की कार्यवाही प्रचलित pic.twitter.com/SmzewRq3Hg— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) February 1, 2023
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 215 अपराधियों की अवैध संपत्ति चिन्हीकरण करने की कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही जेलों से पैरोल पर रिहा किये गए जो कैदी वापस नहीं लौटे हैं, उन्हें भी इस अभियान के तहत गिरफ्तार किया जाएगा। एडीजी द्वारा बताया गया, कि इस दौरान 14 नशा तस्करों की संपत्तियों की जांच भी की गई।
उन्होंने बताया, कि नशीले पदार्थ बेचकर इन नशा तस्करो ने करीब 2.58 करोड़ रुपये की संपत्तियां अर्जित की हैं। इन संपत्तियों का ब्योरा दिल्ली भेजा गया है। इसमें से एक नशा तस्कर की तीन लाख की संपत्ति जब्त भी की जा चुकी है। अन्य 62 अपराधियों की संपत्तियों का चिन्हीकरण किया जा रहा है।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने जानकारी दी, कि एक दिसंबर 2022 से फरार वांक्षित अपराधियों की गिरफ्तारी और एनडीपीएस एक्ट और गैंगस्टर एक्ट में अवैध संपत्ति अधिग्रहण करने का अभियान चलाया गया। लगभग दो माह तक चले इस अभियान में 791 वांक्षित अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है। जबकि 60 अपराधियों के विरुद्ध कुर्की की कार्रवाई करते हुए 1013 वांक्षित अपराधियों नोटिस जारी किये गए। गिरफ्तार वांक्षित अपराधियों में से 264 इनामी बदमाशों की गिरफ्तारी की गई है।