कोरोना से पूरी तरह से उबर चुकी भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक स्तर पर मंदी से लेकर महंगाई जैसी तमाम चुनौतियों के बावजूद नई छलांग लगाने जा रही है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार (1 फरवरी, 2023) को अगले वित्त वर्ष के लिए देश का आम बजट पेश किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के बजट पर कहा, कि यह बजट विकसित भारत के विराट संकल्प को पूरा करने के लिए एक मजबूत नींव का निर्माण करेगा, यह बजट वंचितों को वरीयता देता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट को ऐतिहासिक बताते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनकी टीम को बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा, कि बजट में गाँव से लेकर शहर तक में रहने वाली महिलाओं के जीवन स्तर में अहम परिवर्तन लाने के लिए कई बड़े कदम उठाए गए है, उन्हें अब और ताकत के साथ आगे बढ़ाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा, कि यह बजट सहकारिता को ग्रामीण अर्थव्यवस्था की धुरी बनाएगा।
पीएम मोदी ने कहा, भारत सरकार ने स्टोरेज कैपेसिटी (भंडारण क्षमता) को बढ़ाने के लिए सबसे बड़ी ‘अन्न भंडारण योजना’ बनाई है। अब हमें कृषि सेक्टर में डिजिटल पेमेंट की सफलता को दोहराना है। इसलिए इस बजट में हम डिजिटल एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर की बड़ी योजना लेकर आए हैं। ‘श्री अन्न’ से हमारे छोटे किसानों और किसानी करने वाले जनजातीय समाज के भाई-बहनों को आर्थिक सबल मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, अमृत काल का पहला बजट ‘विकसित भारत’ के विराट संकल्प को पूरा करने के लिए एक मजबूत नींव का निर्माण करेगा। ये बजट वंचितों को वरीयता देता है। ये बजट आज की आकांक्षी समाज, गांव, गरीब, किसान, मध्यम वर्ग सभी के सपनों को पूरा करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कि वर्ष 2014 की तुलना में इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश पर 400 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई है। पीएम मोदी ने जानकारी दी, कि इस बार इंफ्रास्ट्रक्चर पर 10 लाख करोड़ रुपए का अभूतपूर्व निवेश होगा। यह निवेश युवाओं के लिए रोजगार और एक बड़ी आबादी को आय के नए अवसर उपलब्ध करेगा। उन्होंने कहा, कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में भारत का मध्यम वर्ग एक प्रमुख धारा बना हुआ है।
पीएम मोदी ने कहा, कि समृद्ध और विकसित भारत का सपना पूरा करने के लिए मध्यम वर्ग एक बहुत बड़ी ताकत है और इस वर्ग को सशक्त बनाने के लिए हमने टैक्स रेट को कम किया है। पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा, आइए, नए बजट के नए संकल्पों को लेकर चलें और वर्ष 2047 में समृद्ध भारत, समर्थ भारत और हर प्रकार से संपन्न भारत की यात्रा को आगे बढ़ाएँ।