उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों से लेकर मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क बना हुआ है, और अधिकतर क्षेत्रों में चटख धूप खिली हुई है। वहीं भगवान केदारनाथ के धाम में इस शरद ऋतु में सबसे कम बर्फबारी दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है, कि इस शीतकाल में धाम में अभी तक लगभग चार फीट ही बर्फ जमी है जबकि पिछले वर्ष इस दौरान लगभग छह फीट बर्फ होती थी।
बसंत ऋतु के आगमन के बाद राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में शीतलहरों ने ठंड का एक बार फिर अनुभव कराया है। वहीं कहीं-कहीं मैदानी इलाको में सुबह के समय होने वाली धुंध की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में पांच से छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट तापमान में दर्ज की गई।
राज्य में चटख धूप खिलने के बावजूद मौसम सर्द बना हुआ है। पहाड़ से लेकर मैदान तक ठिठुरन बढ़ गई है। कुछ दिनों पहले हुई बर्फ़बारी और बारिश के चलते शीतलहरें चलने का क्रम बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार, राज्य में फिलहाल मौसम शुष्क बना रहेगा, और अधिकतर इलाको में चटख धूप खिली रहेगी।
District Level Forecast/Warning for Uttarakhand issued on 13/02/2023 pic.twitter.com/T8g9mPszLE
— Meteorological Centre Dehradun (@mcdehradun) February 13, 2023
वहीं केदारनाथ धाम में पिछले साल पूरे यात्रा सीजन में मई, सितंबर और अक्तूबर में हिमपात हुआ था। इसके बाद धाम में 17 नवंबर से दिसंबर के अंतिम हफ्ते तक हिमपात नहीं हुआ। इस वर्ष जनवरी के पहले 15 दिनों में केदारनाथ में महज पांच फीट का हिमपात हुआ है। बता दें, वर्ष 2016 में धाम में पूरे सीजन में 40 फीट तक का हिमपात दर्ज किया गया था, जबकि 2018 में पूरे सीजन में रिकार्ड 64 फीट बर्फ गिरी थी।