विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के लिए जल्द ही रोपवे शुरू होने जा रहा है। इसके लिए आज सरकार ने पीपीपी मोड पर प्राइवेट कंपनी के साथ अनुबंध कर लिया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, कि रोपवे का पीपीपी मोड पर अनुबंध हो गया है और जल्द ही इसका कार्य शुरू हो जाएगा। इससे श्रद्धालुओं के लिए यात्रा करना बेहद आसान हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट की लागत 167 करोड़ रुपए है।
Dehradun | Yamunotri Dham is crucial for our state & is recognized worldwide. The yatra via Yamunotri Dham was known for being difficult. An MoU worth Rs 167 crore was signed today for Yamunotri ropeway to ease travel problems of the tourists: Uttarakhand CM, Pushkar Singh Dhami pic.twitter.com/ENqXZ1K3Pi
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 23, 2023
सीएम पुष्कर सिंह धामी कार्यालय द्वारा ट्विटर पर जानकारी दी गई, आज गुरुवार (23 फरवरी 2023) को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में यमुनोत्री रोपवे प्रोजेक्ट के लिए पर्यटन विभाग एवं निजी कार्यदायी संस्था के बीच अनुबंध हुआ। यमुनोत्री रोपवे परियोजना के पूर्ण होने के बाद यमुनोत्री धाम अपने शीतकालीन स्थल खरसाली से जुड़ जायेगा।
गुरुवार (23 फरवरी 2023) को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में रोपवे निर्माण के लिए एसआरएम इंजीनियरिंग इंडस्ट्री लिमिटेड के साथ एमओयू किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने ट्विटर संदेश में लिखा, “इस रोपवे परियोजना के बनने के बाद श्रद्धालुओं को यमुनोत्री धाम के दर्शन करने में और अधिक सुगमता होने के साथ ही स्थानीय स्तर पर लोगों के रोजगार के संसाधन भी बढ़ेंगे।”
इस रोपवे परियोजना के बनने के बाद श्रद्धालुओं को यमुनोत्री धाम के दर्शन करने में और अधिक सुगमता होने के साथ ही स्थानीय स्तर पर लोगों के रोजगार के संसाधन भी बढ़ेंगे।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) February 23, 2023
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जानकी चट्टी खरसाली से यमुनोत्री धाम के लिए लगभग 3.38 किलोमीटर लंबे रोपवे का निर्माण जल्द शुरू किया जायेगा। इस राेपवे के बनने से महज एक घंटे में पांच सौ श्रद्धालु यमुनोत्री धाम पहुंच सकेंगे। इस रोपवे के निर्माण पर लगभग 167 करोड़ रुपये की लगात आएगी। प्रस्तावित खरसाली से यमुनोत्री राेपवे के निर्माण के लिए वन मंत्रालय से एनओसी पहले ही मिल चुकी है। रोपवे का संचालन पीपीपी मोड पर किया जायेगा। यह रोपवे मोना केबल तकनीक से बनाया जाएगा।
यमुनोत्री रोपवे के बनने से यमुनोत्री धाम जाने वाले तीर्थयात्रियों को छह किलोमीटर पैदल नहीं चढ़ना पड़ेगा। रोपवे से मात्र 15 से 20 मिनट में यमुनोत्री पहुंच सकेंगे। रोपवे बनने से साढ़े 5 किलोमीटर का सफर 15 मिनट में पूरा हो जाएगा। उल्लेखनीय है, कि यमुनोत्री धाम के लिए खरसाली से छह किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है। इस दूरी को तय करने में श्रद्धालुओं को तीन से साढ़े तीन घंटे का समय लगता है।