शनिवार (25 फरवरी 2023) को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए विपक्ष द्वारा उठाए गए प्रत्येक मुद्दे का खुलकर जवाब दिया। इस दौरान सीएम योगी ने रामचरितमानस को लेकर हुए विवाद पर भी चर्चा की। यूपी विधानसभा में चर्चा के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ और सपा पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के बीच नोकझोंक भी हो गई।
दरअसल विधानसभा की कार्रवाई शुरू होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्यपाल के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अपनी बात रख रहे थे। सीएम योगी ने कहा, कि सपा सरकार द्वारा माफियाओं को संरक्षण दिया गया उन्हें विधायक और एमपी बनाया गया। इसी बीच नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड मामले की चर्चा छेड़ते हुए यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया।
इसपर मुख्यमंत्री योगी ने सदन को प्रयागराज हत्याकांड के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया। सीएम योगी ने कहा, कि अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ सीएम योगी ने बिना नाम लिए सपा पर निशाना साधाते पूछा, कि अपराधी और माफिया किसके पाले हुए हैं? इसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया।
सीएम योगी ने आगे कहा, “प्रयागराज की घटना में जिस माफिया का नाम आ रहा है, क्या यह सत्य नहीं है, कि समाजवादी पार्टी ने उसे सांसद बनाया था। एक तरफ आप अपराधियों को संरक्षण देंगे, उनको माल्यार्पण करेंगे, दूसरी तरफ दोषारोपण भी करेंगे। ” सीएम योगी ने कहा, कि वह समाजवादी पार्टी द्वारा पोषित माफिया है। हमारी सरकार ने उसकी कमर तोड़ दी है। इन माफियाओं को हम मिट्टी में मिला देंगे।
माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे… pic.twitter.com/GgrXXRa5li
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 25, 2023
इसी दौरान भाषण के बीच-बीच में सपा अध्यक्ष अखिलेश की टोका-टाकी से तंग आकर सीएम योगी ने सपा की तरफ इशारा करते हुए कहा, कि ये लोग पेशेवर अपराधियों के सरपरस्त है। इनके रग-रग में अपराध भरा हुआ है। अपराध के अलावा इन्होंने कुछ सीखा ही नहीं है। सीएम योगी ने मुलायम सिंह के “लड़कों से गलती हो जाती हैं” वाले बयान का जिक्र भी किया।
इस पर सपा अध्यक्ष अखिलेश ने कहा, कि यह भी बताएँ, कि चिन्मयानंद किसका गुरु है, शर्म आनी चाहिए। जिसपर योगी आदित्यनाथ ने पलटवार करते हुए कहा, कि शर्म तो तुम्हें करनी चाहिए, जो अपने बाप का सम्मान नहीं कर पाए। इसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया। सदन में भाजपा और सपा के नेता आमने-सामने आ गए। स्पीकर ने दोनों पक्षों को किसी प्रकार शान्त कराया।
श्रीरामचरितमानस पर उठे विवाद पर अपनी बात रखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, कि आज हमारे धर्मग्रंथों की गलत व्याख्या कर हिंदुओं को अपमानित किया जा रहा है। तुलसीदास रचित रामचरितमानस को फाड़ने का कार्य किया गया है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा, कि अवधी और बुंदेलखंडी में लिखे गए शब्द ‘ताड़ना’ का अर्थ देखना होता है, किसी को मारना नहीं। उन्होंने कहा, कि ग्रंथ में लिखे गए शब्द ‘शुद्र’ का भी गलत अर्थ निकाला गया है। शुद्र का मतलब श्रमिक से है किसी जाति से नहीं।
उल्लेखनीय है, कि बीते शुक्रवार 24 फरवरी को बहुजन समाज पार्टी (BSP) के पूर्व विधायक राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। गोली और बम से किए गए हमले में उमेश पाल के गनर संदीप मिश्रा की भी मौत हो गई जबकि दूसरे गनर राघवेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए है। राजू पाल की हत्या का आरोप गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई पर है। जिस वक्त वारदात को अंजाम दिया गया, उस समय उमेश पाल अदालत से गवाही देकर घर लौट रहे थे।