मोदी उपनाम पर अपमानजनक बयानबाजी के मामले में सूरत की अदालत द्वारा सजा सुनाये के बाद राहुल गाँधी की लोकसभा सदस्यता समाप्त होने से कांग्रेस पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी का एक बयान सोशल मीडिया में सुर्खिया बटोर रहा है। प्रमोद तिवारी ने कहा है, कि राहुल गाँधी के परिवार के लिए देश में अलग कानून अलग होना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा है, कि राहुल गाँधी के परिवार के लिए कानून अलग होना चाहिए। उन्होंने इसके यह भी जोड़ दिया, दोषी ठहराने में कानून बराबर होना चाहिए, लेकिन सजा देने के लिए कानून अलग होना चाहिए। उन्होंने कहा, कि जब किसी को न्यायालय में दोषी ठहराया जाता है, तो उसमें किसी का परिवार या किसी की पृष्ठभूमि नहीं देखी जाती बल्कि अपराध देखा जाता है। लेकिन जब सजा देने की बात आती है, तो उसमें आदमी के चाल चलन, उसका स्तर, पारिवारिक पृष्ठभूमि पर भी गौर किया जाना चाहिए।
कांग्रेस के नेता प्रमोद तिवारी का कहना है कि राहुल गांधी के परिवार के लिए कानून अलग होना चाहिए। pic.twitter.com/GmbOIANcot
— Amit Malviya (@amitmalviya) March 25, 2023
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने उदाहरण प्रस्तुत करते हुए आगे कहा है, “यदि कोई शिक्षक है और वह किसी तरह से हत्या के मामले में फँस गया है। ऐसे में उसे मृत्यु दंड की सजा नहीं दी जाएगी, क्योंकि वह आदतन अपराधी नहीं है। इसलिए राहुल गाँधी को सजा देने में उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि, राहुल गाँधी की पृष्ठभूमि सबका आँकलन होना चाहिए था।”
बयान पर हल्ला मचने के बाद प्रमोद तिवारी ने ट्वीट कर कहा है, कि वे अपने बयान पर कायम हैं। “बोलने के पहले पढ़ना चाहिए। मैं अपने बयान पर कायम हूँ। गाँधी परिवार को दोषी ठहराने के लिए नहीं परन्तु सजा देने के मामले में दो प्रधानमंत्री की शहादत, राहुल गाँधी का सांसद होना, पहली बार अपराध करना, कोई आपराधिक इतिहास न होने के कारण अलग कानूनी नजरिए से देखना चाहिए।”
प्रमोद तिवारी के बयान को लेकर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए अपने ट्विटर संदेश में लिखा, “सजा पर गाँधी परिवार के लिए देश में अलग कानून होना चाहिए’ -प्रमोद तिवारी, कांग्रेस सांसद। गाँधी परिवार के लिए इन्हें आज अलग कानून चाहिए, कल अलग न्यायालय चाहिए, फिर अलग संसद चाहिए फिर कहीं ये अलग देश की माँग भी कर सकते हैं। यही कांग्रेस पार्टी का असली चाल, चरित्र और चेहरा है।”
“सजा पर गांधी परिवार के लिए देश में अलग कानून होना चाहिए” – प्रमोद तिवारी, सांसद – कांग्रेस
गांधी परिवार के लिए इन्हें आज अलग कानून चाहिए, कल अलग न्यायालय चाहिए, फिर अलग संसद चाहिए फिर कहीं ये अलग देश की मांग भी कर सकते हैं!
यही कांग्रेस पार्टी का असली चाल, चरित्र और चेहरा है। pic.twitter.com/9IMd0SfDDr
— Sambit Patra (@sambitswaraj) March 25, 2023
उल्लेखनीय है, कि वर्ष 2013 के थामस बनाम भारतीय संघ मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने दो साल या उससे अधिक की सजा की स्थिति में जनप्रतिनिधियों को मिलने वाली तीन महीने की मोहलत की व्यवस्था को रद्द कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के खिलाफ तत्कालीन मनमोहन सरकार 2013 में संसद में अध्यादेश लाने वाली थी। तब इस फैसले के खिलाफ राहुल गाँधी ने भरी प्रेस कांफ्रेंस में अपनी ही सरकार के अध्यादेश की प्रति को फाड़ दिया था।