अमेरिका के वाशिंगटन शहर में भगोड़े अमृतपाल के समर्थन में भारत विरोधी प्रदर्शन कर रहे खालिस्तानियों ने एक भारतीय पत्रकार के साथ बदसलूकी और झंडे के डंडे से हमला किया। पीड़ित पत्रकार का नाम ललित कुमार झा बताया जा रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दो खालिस्तान समर्थक भारत देश, पीएम मोदी और पत्रकार के खिलाफ बेहद अपमानजनक भाषा का प्रयोग करते हुए नजर आ रहे है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अलगाववादी खालिस्तान के झंडे से पत्रकार के कैमरे पर भी हमला करते है। आरोप है, कि पत्रकार के कान पर भी डंडे मारे गए है। यह मामला शनिवार (25 मार्च 2023) का बताया जा रहा है। उल्लेखनीय है, कि अमेरिकी सुरक्षा अधिकारियों की उपस्थिति में झुंड में जमा हुए खालिस्तानियों ने भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू को धमकाने के साथ ही दूतवास में तोड़फोड़ की भी धमकी दी।
वायरल वीडियो में पहले एक खालिस्तानी हाथ में पीले रंग के झंडा (जिस पर काले रंग में खालिस्तान लिखा हुआ था) को लेकर पत्रकार को धमकाता हुआ नजर आ रहा है। खालिस्तानी अपनी तस्वीर और वीडियो बनाये जाने से नाराज था। इसी बीच पहले खालिस्तानी के बगल खड़ा दूसरा अलगाववादी बीच में आकर पीएम मोदी समेत भारत को भी बेहद भद्दी-भद्दी गालियाँ देता है।
यह पूरा घटना पत्रकार ललित झा के कैमरे में कैद हो गया था। गाली देने वाला खालिस्तानी जाते-जाते हुए झड़े का डंडा घुमाता है, जो पत्रकार को लगता है। इस वायरल वीडियो में करीब 1 दर्जन अन्य खालिस्तान समर्थक झुंड में नजर आ रहे थे। पत्रकार ललित कुमार झा ने अपने पर हुए हमले के बाद अमेरिका के आपातकालीन नंबर 911 पर कॉल कर के पुलिस भी बुला ली थी। पत्रकार का आरोप है, कि उनके कान के पास 2 डंडे मारे गए थे।
We have seen disturbing visuals of a senior Indian journalist from Press Trust of India being abused, threatened & assaulted physically while covering so called ‘Khalistan protest’ in Washington DC. We understand that the journalist was first verbally intimidated, then physically… https://t.co/Z3YikMu8OS pic.twitter.com/WP9eVcM08R
— ANI (@ANI) March 26, 2023
हालाँकि पत्रकार ललित ने अपने साथ हुई अभद्रता की कोई लिखित शिकायत पुलिस में दर्ज नहीं कराई है। उनका कहना है, कि वे इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते। वहीं अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास ने इस घटना की निंदा करते हुए एक प्रेस रिलीज जारी कर जानकारी दी है, कि तथाकथित खालिस्तानियों द्वारा की गई यह हरकत आसामाजिक थी और इस पर अमेरिका की एजेंसियों द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई सराहनीय है ।