केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया बीते गुरुवार (30 मार्च 2023) को उत्तराखंड दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने चमोली जनपद स्थित मलारी बेस कैंप में आईटीबीपी के जवानों से भेंट की। आइटीबीपी कैंप में रुकने के बाद आज शुक्रवार (31 मार्च 2023) को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया जोशीमठ स्थित नरसिंह मंदिर में दर्शन किए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मलारी भ्रमण के उपरांत केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने चमोली जिले के मलारी गांव का दौरा किया और वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत विभिन्न विकास कार्यक्रमों की समीक्षा की। इस मौके पर उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत की और जिला अधिकारियों से मुलाकात की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने चमोली जिले के मलारी बेस कैंप में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों से भी मुलाकात की।
Uttarakhand | Union Health Minister Mansukh Mandaviya met Indo-Tibetan Border Police (ITBP) personnel at Malari Base Camp in Chamoli district. pic.twitter.com/9Pk3kVdnQH
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 31, 2023
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने कहा, कि राष्ट्र की उत्तरी सीमा के सामरिक महत्व के मद्देनजर भारत सरकार द्वारा वाइब्रेंट विलेज योजना को शुरू किया गया है। जो कि वित्त वर्ष 2022-23 से 2025-26 तक चलेगी। इस योजना के लिए भारत सरकार ने 4800 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है, जिसमें से 2500 करोड़ रूपये सड़कों के निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। इस कार्यक्रम से चार राज्यों एवं एक केंद्र शासित प्रदेश के 19 जिलों और 46 सीमावर्ती ब्लाकों में आजीविका के अवसर और आधारभूत ढांचे को मजबूती मिलेगी।
उन्होंने कहा, कि इस कार्यक्रम के प्रथम चरण में 663 गांवों को शामिल किया गया है, इससे उत्तरी सीमावर्ती क्षेत्रों में समावेशी विकास सुनिश्वित किया जा सकेगा। इस कार्यक्रम के तहत स्थानीय निवासियों के लिये गुणवत्तापूर्ण अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। योजना का लक्ष्य उत्तरी सीमा के सीमावर्ती गांवों में स्थानीय, प्राकृतिक और अन्य संसाधनों के आधार पर आर्थिक प्रेरकों की पहचान और विकास करना तथा सामाजिक उद्यमिता प्रोत्साहन, कौशल विकास तथा उद्यमिता के जरिये से स्थानीय युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाना है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने शुक्रवार को देहरादून पहुंचकर मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास भी किया। जिसके तहत दून मेडिकल कॉलेज के 500 बेड क्षमता के अस्पताल तथा ईसीआरपी-2 एवं प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत हेल्थ इंस्फ्रास्ट्रक्चर मिशन (पीएम-एबीएचआईएम) के अंतर्गत तीन जनपदों श्रीनगर (पौड़ी), रूद्रप्रयाग व नैनीताल हेतु स्वीकृत 50-50 बेड के तीन क्रिटिकल केयर ब्लॉक का शिलान्यास शामिल है।
Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami lays the foundation stone of a new block of 500 beds in Government Doon Medical College in Dehradun, CCB in Srinagar Medical College, Rudraprayag CCB and Nainital CCB.
The program is being attended by
Union Health Minister Mansukh Mandaviya… pic.twitter.com/uxb1t93nmr— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 31, 2023
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने इस दौरान अपने संबोधन में कहा, कि देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और राज्य में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में उत्तराखंड का हेल्थ सेक्टर बदल रहा है। उन्होंने कहा, होलिस्टिक हेल्थ कवरेज के लिए प्रदेश को एम्स के साथ ही एम्स का सेटेलाइट केंद्र भी दिया गया है। क्रिटिकल हेल्थ केयर के लिए 64 हजार करोड़ रूपये पांच वर्ष में खर्च किए जाएंगे। एक जिले में औसतन 100 करोड़ का खर्च इन्फ्रास्ट्रक्चर पर किया जा रहा है।