देवभूमि उत्तराखंड के सीमांत इलाकों समेत अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में मजार बनाकर सरकारी स्थानों पर अतिक्रमण और अवैध कब्जे को लेकर धामी सरकार की पुलिस ने लगभग हजार से अधिक अवैध मजारों की एक सूची बनाई है, जिन पर प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जाएगी। इसी बीच सरकारी भूमि पर अवैध रूप से मजारें बनाने वालो को सीएम धामी ने चेतावनी देते हुए कहा, कि राज्य में सरकारी जमीन पर जहां भी अवैध मजारें हैं, उन्हें स्वतः हटा लिया जाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीते शुक्रवार (7 अप्रैल 2023) को कालाढूंगी में कहा, उत्तराखंड में एक हजार से ज्यादा स्थान ऐसे मिले है, जहां मजारें बना दी गईं हैं। उन्होनें कहा, जब इन मजारों को खोदा गया, तो वहां किसी प्रकार के अवशेष नहीं मिले। सीएम धामी ने कहा, कि हम किसी के खिलाफ नहीं है, पर जमीन पर जबरन कब्जा भी नहीं होने देंगे। उत्तराखंड धर्म, अध्यात्म व संस्कृति की भूमि है। हम इसका स्वरूप नहीं बिगड़ने देंगे। किसी को भी यहां ऐसी कोई गतिविधि नहीं करने देंगे, जो गैर कानूनी हो।
सीएम धामी ने कहा, कि उत्तराखंड देवभूमि है और देवभूमि में लैंड जिहाद को किसी भी कीमत में नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा किसी की विरोधी नहीं है, लेकिन वह तुष्टिकरण भी नहीं होने देगी, और कहीं पर भी लैंड जिहाद को आगे नहीं बढ़ने देंगे। पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि राज्य में जनसंख्या संतुलन बिगड़ रहा है, उसके लिए भी स्पेशल ड्राइव चलाई जाएगी।
मुख्यमंत्री धामी ने सीमांत इलाकों में घुसपैठ के खतरे की आशंका पर कहा, कि कई स्थानों पर जनसंख्या में असंतुलन पैदा हो रहा है। इस पर रोक लगाने के लिए पूरे राज्य में विशेष अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा, गैर कानूनी गतिविधि को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीमांत गांवों में धर्मस्थलों की आड़ में घुसपैठ के खतरे की जांच के लिए सघन अभियान चलाएंगे।