अल्मोड़ा जनपद का एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बेहद तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो सैन्य क्षेत्र में बनी एक अस्थाई बस्ती का बताया जा रहा है, जिसमें कथित तौर पर एक शख्स कुछ स्थानीय निवासियों से बहस करता हुआ नजर आ रहा है। स्थानीय निवासियों का आरोप है, कि अस्थायी बस्ती में रह रहे लोगो द्वारा नदी में मल-मूत्र बहाया जा रहा है। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। वहीं एक आरोपित पर 5000 रुपए का जुर्माना भी लगाया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मामला अल्मोड़ा के रानीखेत क्षेत्र का बताया जा रहा है। आरोप है, कि यह इलाका सैन्य क्षेत्र कैंटोमेंट बोर्ड के तहत आता है, जिसके पास समुदाय विशेष के कुछ लोग अस्थाई पर तौर कच्ची बस्ती बना कर रह रहे है। वायरल वीडियो में कुछ स्थानीय लोग इस बस्ती में रह रहे लोगों पर नदी में गंदगी के साथ मल-मूत्र बहाने का आरोप लगाते है। वीडियो में एक नाली भी नजर आ रही है, जिससे पानी नीचे जाता दिख रहा है।
इस बहस में लोग बस्ती वालों पर अवैध तरीके से सरकारी जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगा रहे है। बहस के दौरान एक शख्स किसी से भी न डरने और किसी से भी शिकायत कर देने का ताव देता है। इस दौरान मोबाइल पर वीडियो बनाने वाले व्यक्ति को मुस्लिम शख्स भद्दी-भद्दी गालियाँ देते हुए कह रहा है, “तू है कौन ? तेरे बाप की जमीन है?” इसके बाद वह बस्ती के अन्य लोगों को बुला कर लाने की चेतावनी दे रहा है।
वीडियो में नजर आ रहा है, कि थोड़ी देर बाद बस्ती का रहने वाला वह शख्स फावड़े से नदी की ओर बह रही नाली को रोक देता है। हालाँकि, इसके बाद भी दोनों पक्षों में बहस जारी रहती है। इस बहस में आरोपित स्थानीय लोगो को नोटिस भी भिजवाने की चेतावनी भी देता है।
उपरोक्त सम्बन्ध में अल्मोड़ा पुलिस द्वारा आवश्यक कार्यवाही की गयी है। pic.twitter.com/0HGmIhcpZ2
— उत्तराखण्ड पुलिस – Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) April 20, 2023
अल्मोड़ा पुलिस ने बीते शुक्रवार (21 अप्रैल, 2023) को अपने एक ट्वीट में जानकारी दी है, नाली को पूरी तरह से बंद करवा दिया गया है और संबंधित आरोपित पर 5 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। हालाँकि, सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स उत्तराखंड पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने इस जुर्माने को छोटा दंड बताया। इसके बाद अगले दिन 22 अप्रैल 2023 (शनिवार) को अल्मोड़ा पुलिस ने आरोपित पर मुकदमा दर्जकर कार्रवाई किए जाने की जानकारी दी है।
ऑपइंडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, कि जिस क्षेत्र का ये प्रकरण है, वह जगह धोबी मोहल्ला आम से जानी जाती यही और यह क्षेत्र रक्षा मंत्रालय के अधीन आता है। स्थानीय पुलिस प्रशासन ने हिन्दू संगठनों को दो दिन पहले ही बुला कर मामले को अधिक तूल ना देने की अपील करते हुए उचित कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिया था।