देवभूमि उत्तराखंड में देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को स्थानीय इतिहास, पौराणिक कथाओं, संस्कृति, प्रकृति, कला आदि के बारे में जानकारी देने के लिए टूरिस्ट गाइड को प्रशिक्षित किया जायेगा। स्थानीय स्तर पर युवाओं को रोजगार उपलब्ध करने के लिए पर्यटन विभाग ने 12वीं कक्षा उत्तीर्ण युवाओं को प्रशिक्षण देना प्रारंभ कर दिया है। इसके लिए प्रत्येक जनपद से 30 युवा चयनित किये गए है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तराखंड में स्थानीय स्तर पर पर्यटन और रोजगार को प्रोत्साहित करने के लिए पर्यटन विभाग ने टूरिस्ट डेस्टिनेशन गाइड प्रशिक्षण योजना की शुरुआत की है। इस योजना के अंतर्गत हर जिले में 30-30 युवाओं को टूरिस्ट गाइड का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गढ़वाल मंडल के लगभग सभी जनपदों में युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
अपर निदेशक पर्यटन पूनम चंद ने मीडिया को जानकारी दी, कि पर्यटन क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। इसके मद्देनजर प्रत्येक जिले में युवाओं को टूरिस्ट गाइड का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में युवाओं को पर्यटकों के साथ व्यवहार, स्थानीय पर्यटन क्षेत्रों से जुड़े सांस्कृतिक, पौराणिक व ऐतिहासिक विशेषता की जानकारी दी जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कुमाऊं मंडल के 12वीं पास युवाओं के पास टूरिस्ट गाइड बनने का अवसर है। दस दिनों के प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद टूरिस्ट गाइड का पांच साल का लाइसेंस उपलब्ध कराया जा रहा है। लाइसेंस जारी करने के साथ ही विभाग युवाओं का पुलिस सत्यापन भी करा रहा है।
उल्लेखनीय है, कि पर्यटन विभाग अपनी वेबसाइट पर प्रशिक्षित टूरिस्ट गाइडों की सम्पूर्ण जानकारी अपलोड करेगा, जिसमें गाइड का नाम, क्षेत्र और मोबाइल नंबर दर्ज होगा। देश-विदेश से उत्तराखंड आने वाले पर्यटक सीधे टूरिस्ट गाइड से संपर्क कर सकते है। पर्यटन विभाग टिहरी, हरिद्वार, पौड़ी, देहरादून, उत्तरकाशी में युवाओं को प्रशिक्षण दे चुका है। रुद्रप्रयाग जिले में प्रशिक्षण चल रहा है। जबकि चमोली जिले के बाद कुमाऊं मंडल में टूरिस्ट गाइड का प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा।