कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रवीण सूद को अगले केंद्रीय जाँच ब्यूरो (CBI) के निदेशक के रूप चुन लिया गया है। उल्लेखनीय है, कि 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी डीजीपी सूद इस पद के लिए सबसे आगे चल रहे थे। बता दें, सीबीआई के वर्तमान निदेशक सुबोध कुमार जायसवाल का कार्यकाल 25 मई 2023 को पूर्ण हो रहा है। इसके बाद प्रवीण सूद अपना कार्यभार सँभालेंगे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के प्रधान न्यायाधीश और लोकसभा में सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता की उच्च स्तरीय समिति ने बीते शनिवार शाम बैठक कर सीबीआई निदेशक पद के लिए तीन वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों का चयन किया था।
Karnataka DGP Praveen Sood is the new CBI Director#cbidirector #PraveenSood @Copsview @CBIHeadquarters pic.twitter.com/kFdDxtJp1t
— Bar & Bench (@barandbench) May 14, 2023
मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के रहने वाले प्रवीण सूद आईआईटी दिल्ली से स्नातक है। साल 2003 में उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान, बैंगलुरु और मैक्सवेल स्कूल ऑफ गवर्नेंस, न्यूयॉर्क से पब्लिक पॉलिसी और प्रबंधन में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए स्टडी ब्रेक लिया था। उन्होंने प्रधान सचिव, गृह विभाग, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, प्रशासन के रूप में कार्य किया है।
प्रवीण सूद को सेवा में उत्कृष्टता के लिए वर्ष 1996 में मुख्यमंत्री स्वर्ण पदक, सराहनीय सेवा के लिए साल 2002 में पुलिस पदक और विशिष्ट सेवा के लिए 2011 में राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया जा चुका है। इसके साथ ही वर्ष 2011 में ‘यातायात प्रबंधन के लिए प्रौद्योगिकी के सबसे नवीन उपयोग’ के लिए राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस गोल्ड अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है।
बेंगलुरु शहर के पुलिस कमीश्नर के रूप में उन्होंने नागरिकों के लिए ‘आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली’ ‘नम्मा 100’ लॉन्च की थी। यह 24X7 बहुभाषी अधिकारियों द्वारा प्रबंधित 100 लाइनें प्रदान करता है, और पूरे बेंगलुरु शहर में फैले 276 आपातकालीन प्रतिक्रिया वाहनों (होयसला) को सहयोग करता है।
करीब 22 वर्ष की कम आयु में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा उत्तीर्ण कर आइपीएस के लिए चुने गए प्रवीण सूद ने महिला पुलिस द्वारा प्रबंधित ‘सुरक्षा’ ऐप और ‘पिंक होयसला’ लॉन्च करने में भी अहम भूमिका निभाई थी। यह ऐप संकट में घिरे महिलाओं और बच्चों के लिए बेहद कारगर साबित हुआ है।
गौरतलब है, कि केंद्र की मोदी सरकार ने वर्तमान सीबीआई निदेशक सुबोध जायसवाल के कार्यकाल को बढ़ाने के बारे में कोई निर्णय नहीं किया है। उनका कार्यकाल अगले 10 दिनों में यानी 25 मई को समाप्त हो रहा है। सुबोध जायसवाल सीबीआई प्रमुख बनने से पहले महाराष्ट्र सरकार में डीजीपी के पद पर तैनात थे।