उत्तराखंड स्थित राजाजी टाइगर रिजर्व के पश्चिमी इलाके में बाघों के कुनबे को बढ़ाने के लक्ष्य से शनिवार (20 मई 2023) को कॉबेट पार्क से लाई गई एक बघिन को मोतीचूर रेंज के वन क्षेत्र में छोड़ा गया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव, उत्तराखंड वन मंत्री सुबोध उनियाल, प्रमुख सचिव समेत अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
हमारा प्रयास है कि राजाजी नेशनल पार्क का यह क्षेत्र पर्यटन हब बने और यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य देखने पर्यटक देश-विदेश से आएं। प्रदेश सरकार इकोलॉजी और इकोनॉमी में संतुलन स्थापित करते हुए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। pic.twitter.com/QnIeFoDWPa
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) May 20, 2023
इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “हमारा प्रयास है कि राजाजी नेशनल पार्क का यह क्षेत्र पर्यटन हब बने और यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य देखने पर्यटक देश-विदेश से आएं। प्रदेश सरकार इकोलॉजी और इकोनॉमी में संतुलन स्थापित करते हुए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है।”
सीएम धामी ने कहा, कि मोतीचूर राजाजी नेशनल पार्क देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी जिले समेत इस पूरे क्षेत्र में ऋषिकेश पर्यटन का बड़ा हब है। और लोगों का यहां पर आना जाना रहता है। उन्होंने कहा, कि पर्यटकों के देखने के लिए इस स्थान पर एक मादा टाइगर को छोड़ा जा रहा है। यह निश्चित रूप से इकोलॉजिकली व इकोनॉमी संतुलन और पर्यावरण के संरक्षण के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगे कहा, कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इकोलॉजी और इकोनॉमी के संतुलन का जो सूत्र निकाला है, उससे देश आगे बढ़ा है, प्रकृति का संरक्षण और संवर्धन भी हो रहा है, पर्यटन भी बढ़ा है और पर्यावरण का संरक्षण भी हो रहा है।
सीएम धामी ने कहा, आज इस अवसर पर देश के केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव भी पहुंचे है। मैं उनका भी धन्यवाद करता हूँ। केंद्रीय वन मंत्री के समक्ष हमने जो वन भूमि संबंधी मांगे रखी है, उसके संबंध में भी वार्ता हुई है, जिस पर उन्होंने हमारी मांगों को लेकर आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा, कि उत्तराखंड में 71 प्रतिशत वन विभाग की भूमि है, इसलिए इनका निराकरण होना आवश्यक है।
राजाजी नेशनल पार्क के मोतीचूर रेंज में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री @byadavbjp जी के साथ भ्रमण।
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— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) May 20, 2023
वहीं आज सुबह प्रातः लगभग साढ़े 6 बजे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाघिन को छोड़ने के लिए बाड़े का गेट खोला। बाघिन को बीते सोमवार (15 मई 2023) की रात को कार्बेट पार्क से मोतीचूर रेंज में लाया गया था। जहां उसे बाड़े में रखा गया था। इस दौरान बाघिन के व्यवहार और स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की गई।
बता दें, कि इससे पूर्व भी 24 दिसंबर 2020 को एक बाघ और 9 जनवरी 2021 को एक बाघिन को राजाजी टाइगर रिज़र्व में लाया जा चुका है। बताया जा रहा है, कि आने वाले दिनों में अभी दो और बाघ को यहां लाए जाने की योजना है। उल्लेखनीय है, कि राजाजी पर्यटन का एक बड़ा हब है। पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए बाघों के कुनबे को बढ़ाया जा रहा है। इसी के मद्देनजर जिम कार्बेट टाइगर रिजर्व से राजाजी टाइगर रिज़र्व में बाघ और बाघिनों को स्थानांतरित किया जा रहा है।