प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैश्विक स्तर पर सबसे सबसे अधिक पसंद किये जाने वाले नेताओं की सूची में शीर्ष स्थान पर बने हुए है। पीएम मोदी के स्वागत के लिए पूरा विश्व अपनी बाहें फैलाए प्रतीत हो रहा है। दरअसल, जापान के हिरोशिमा में आयोजित G7 और क्वाड समिट के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीधे पापुआ न्यू गिनी की यात्रा पर रवाना हुए। जहाँ प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने एयरपोर्ट पर पीएम मोदी के पैर छूकर स्वागत किया। इसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।
#WATCH | Prime Minister of Papua New Guinea James Marape seeks blessings of Prime Minister Narendra Modi upon latter's arrival in Papua New Guinea. pic.twitter.com/gteYoE9QOm
— ANI (@ANI) May 21, 2023
पीएम मोदी पापुआ न्यू गिनी जाने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं। इस देश में प्रधानमंत्री मोदी फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आइलैंड्स कोऑपरेशन शिखर सम्मेलन (FIPIC) में शामिल होंगे। इस सम्मेलन में PM मोदी के अलावा 13 अन्य देशों के नेता भी शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है, कि पापुआ न्यू गिनी देश की एक अनोखी परंपरा है, कि सूर्यास्त के बाद वहाँ आने वाले विदेशी मेहमानों का स्वागत नहीं किया जाता, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता, कूटनीति और रणनीतिक कुशलता का ही परिणाम है, कि पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री समेत उस देश के नागरिको ने वर्षों पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए PM मोदी खुले दिल से स्वागत किया।
The Indian community in Papua New Guinea came in large numbers and showed remarkable affection. Thankful to them for the memorable welcome. pic.twitter.com/K1BT4RGe7B
— Narendra Modi (@narendramodi) May 21, 2023
दरअसल ये सब अचानक नहीं हुआ है, भारत ने इसे अर्जित किया है। जब अधिकतर वैक्सीन निर्माता देश एक्सपोर्ट में कटौती कर रहे थे। उस दौर में पापुआ न्यू गिनी जैसे निर्धन देश को भारत ने 1,32,000 कोविड वैक्सीन की खेप भेजी थी। पापुआ न्यू गिनी एक गरीब देश है, जिसके पास अपने नागरिकों के लिए बड़ी मात्रा में वैक्सीन खरीदने की क्षमता भी नहीं थी।
पापुआ न्यू गिनी की स्वाथ्य व्यवस्था लचर हो गई थी और वहाँ वैश्विक महामारी कोरोना का संक्रमण विकराल रूप से बढ़ता ही जा रहा था। उस कठिन वक्त पर भारत ने स्वदेश में नागरिकों के टीकाकरण पर जोर देने के साथ ही पापुआ न्यू गिनी को वैक्सीन देकर उसकी सहायता की थी। वहीं इससे पहले लगभग एक करोड़ की जनसंख्या वाले पापुआ न्यू गिनी के लिए ऑस्ट्रेलिया ने मात्र 8000 वैक्सीन डोज भेज कर अपने हाथ खड़े कर दिए थे।